भास्कर संवाददाता | पोकरण (आंचलिक)
राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना तहत बीपीएल परिवारों के साथ-साथ अन्य उपभोक्ताओं को बिजली सुविधा से जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर संबंधित ठेकेदार द्वारा खातेदारी खेतों में बिना सहमति आनन-फानन में बिजली खड़े कर देने के कारण उपभोक्ताओं के लिए खतरे की घंटी बनाकर रख दी। लेकिन अभी तक डिस्कॉम के अधिकारियों द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है। जिससे ग्रामीणों को डिस्कॉम के प्रति दिनों दिन रोष बढ़ता जा रहा है।
ग्राम पंचायत सादा के दूधिया में कई लोगों के खातेदारी खेतों में बिना सहमति से ठेकेदार द्वारा आनन फानन बिजली पोल खड़े करने के कारण लोगों के लिए खतरे का कारण बन कर रह गया है। इन बिजली के पोल के चलते यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। खेतों में गलत बिजली पोल लगाने के कारण हर समय खेत मालिक दहशत के माहौल में जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ठेकेदार द्वारा 18 बिजली पोल ऐसे है तो टेढ़े व मेडे खड़े करने के कारण यह बिजली पोल कभी भी गिर सकते है तथा कभी भी जनहानि हो सकती है।
जेईएन ने कहा गलत खड़े किए बिजली पोल
ग्राम पंचायत सादा में आयोजित राजस्व लोक अदालत शिविर में उपभोक्ताओं द्वारा बिना सहमति से खेतों में किए गए बिजली पोल व आनन-फानन में लगाए गए बिजली पोलों को लेकर शिविर प्रभारी को लिखित में सूचना दी गई। जिस पर शिविर प्रभारी ने संबंधित जेईएन को जांच करने के आदेश दिए गए। संबंधित जेईएन द्वारा मौका मुआयना किया गया। मौके पर टेढ़े व मेड बिजली पोल खड़े किए हुए थे। जिस पर जेईएन ने भी ठेकेदार द्वारा खड़े किए गए बिजली पोलों को गलत ठहराया।
भास्कर संवाददाता | पोकरण (आंचलिक)
राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना तहत बीपीएल परिवारों के साथ-साथ अन्य उपभोक्ताओं को बिजली सुविधा से जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर संबंधित ठेकेदार द्वारा खातेदारी खेतों में बिना सहमति आनन-फानन में बिजली खड़े कर देने के कारण उपभोक्ताओं के लिए खतरे की घंटी बनाकर रख दी। लेकिन अभी तक डिस्कॉम के अधिकारियों द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है। जिससे ग्रामीणों को डिस्कॉम के प्रति दिनों दिन रोष बढ़ता जा रहा है।
ग्राम पंचायत सादा के दूधिया में कई लोगों के खातेदारी खेतों में बिना सहमति से ठेकेदार द्वारा आनन फानन बिजली पोल खड़े करने के कारण लोगों के लिए खतरे का कारण बन कर रह गया है। इन बिजली के पोल के चलते यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। खेतों में गलत बिजली पोल लगाने के कारण हर समय खेत मालिक दहशत के माहौल में जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ठेकेदार द्वारा 18 बिजली पोल ऐसे है तो टेढ़े व मेडे खड़े करने के कारण यह बिजली पोल कभी भी गिर सकते है तथा कभी भी जनहानि हो सकती है।
उपभोक्ताओं की शिकायत को किया नजर अंदाज
पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत लगाए जा रहे बिजली पोलों को लेकर डिस्कॉम के अधिकारियों को कई बार लिखित व मौखिक रूप से सूचित किया गया लेकिन अभी तक डिस्कॉम के अधिकारियों द्वारा उपभोक्ताओं की शिकायत को नजर अंदाज किया जा रहा है। जिसके कारण उपभोक्ताओं द्वारा स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक शिकायत दर्ज करवाई गई। लेकिन अभी तक शिकायत को कोई हल निकल नहीं पाया है। उपभोक्ताओं द्वारा आनन-फानन से लगाए बिजली पोल को लेकर राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई गई। लेकिन आज तक इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि बिजली पोल की कम गहराई में खड़े किए गए है जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।