महाराणा प्रताप के समय दानवीर भामाशाह ने मेवाड़ के लिए लाखाें रुपए समर्पित किए थे। कुछ इसी तरह से एक भामाशाह ने अादिवासी परिवाराें के बच्चाें की शिक्षा के लिए एक कराेड़ रुपए की लागत से छात्रावास भवन बनाकर लाेकार्पित किया है।छात्रावास संचालक राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद प्रतापगढ़ की अाेर से रविवार को आचार्य शांतिसागर महाराज कौशल विकास केंद्र अाैर छात्रावास भवन के लोकार्पण का कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में भामाशाह कांतिलाल शांतिलाल जवेरी कोटड़िया परिवार द्वारा नवनिर्मित भवन को प्रतापगढ़ क्षेत्र के जनजाति छात्रों के लिए समर्पित किया गया। भवन के लोकार्पण से पहले सुबह भामाशाह परिवार द्वारा पूजा-हवन किया गया। कार्यक्रम में बांसवाड़ा रामद्वारा के संत रामप्रकाश महाराज ने भी भाग लिया। इसके साथ ही राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र खराड़ी ने अपने उद्बोधन में कहा कि वनवासियों के लिए श्रेष्ठ काम का संकल्प लेकर सभी समाजजनों को साथ लेकर नया आयाम स्थापित करने के लिए वनवासी कल्याण परिषद काम कर रहा है। इसी क्रम में आदिवासी क्षेत्र के युवाओं के लिए भामाशाह की मदद से इस भवन को क्षेत्र के लोगों को सौंपा जा रहा है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय संगठन मंत्री भगवान सहाय, प्रदेश संगठन मंत्री विजय कुमार, महामंत्री गोपाल कुमावत, मंत्री सुंदरलाल कटारिया, सह संगठन मंत्री जगदीश कुल्मी, प्रांतीय सह छात्रावास प्रमुख नरेंद्र कुमार, प्रांतीय सह खेल प्रमुख हररतन डामोर, जिलाध्यक्ष तुलसीराम मीणा, जिला मंत्री पृथ्वीराज मीना और जिला तहसील के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
भवन में छात्रावास के साथ होगा कौशल विकास केंद्र भी चलेगा
भवन में छात्रावास के साथ होगा कौशल विकास केंद्र भी चलेगा
प्रतापगढ़. भामाशाह ने आदिवासी छात्रों के लिए समर्पित किया एक करोड़ की लागत का भवन।
भुलाया नहीं जा सकता है आदिवासियों का मेवाड़ काे योगदान : मुख्य वक्ता कोठारी
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य गुणवंतसिंह कोठारी ने कहा कि देश की आजादी में भील, मीणा, गरासिया ने महाराणा प्रताप के लिए जो आहुति दी उसे भुलाया नहीं जा सकता है। महाराणा प्रताप के समय भामाशाह आगे आए। आज जनजाति समाज के लिए जवेरी समाज ने जो दान दिया है। वह श्रेष्ठतम है। इससे क्षेत्र के आदिवासी अंचल के लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी।
सांसद सीपी जोशी ने बताई वन-धन केंद्र स्थापना की जरुरत: कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद सीपी जोशी ने कहा कि शिक्षा में नवोदय स्कूल, स्वामी विवेकानंद स्कूल और कौशल विकास केंद्र शुरू होना प्रतापगढ़ के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। वन-धन केंद्र स्थापना की इस क्षेत्र में आवश्यकता है। जवेरी परिवार को धन्यवाद देते हुए कहा कि जब भी प्रतापगढ़ आऊंगा। वनवासी कल्याण परिषद द्वारा संचालित इस कौशल विकास केंद्र छात्रावास को जरूर देखने आऊंगा।

रविवार को लाेकार्पित किए गए छात्रावास भवन की कीमत करीब एक करोड़ रुपए है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भामाशाह संजीव जवेरी ने अपने दादा-दादी, माता-पिता की स्मृति में भवन निर्मित कर जनजाति समाज के छात्रों में शिक्षा संस्कार लाने का संकल्प लेकर समर्पित किया। ताकि इस आदिवासी अंचल में जनजाति क्षेत्र के बालक पढ़ें और आगे बढ़कर राष्ट्र सेवा में योगदान दे सकें।