स्टाफिंग पैटर्न में 4623 शिक्षक हुए सरप्लस
जयपुर। शिक्षा विभाग ने तीन साल बाद स्टाफिंग पैटर्न के आधार पर स्कूलों में नए सिरे से पद तय करने का काम पूरा कर लिया है। प्रारंभिक शिक्षा के अधीन स्कूलों में जब नामांकन के आधार पर पद तय हुए तो इस कवायद में 4623 शिक्षक अधिशेष (सरप्लस) हो गए। अब इन अधिशेष शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में खाली पदों पर पदस्थापित किया जाएगा। इसके लिए काउंसलिंग होगी। सबसे अधिक गंगानगर जिले में 407 और सबसे कम सिरोही में 29 शिक्षक अधिशेष हुए हैं। जयपुर में 337 शिक्षक अधिशेष हुए हैं। अगर अन्य जिलों की बात करें तो अजमेर में 111, अलवर में 242, बांसवाड़ा में 281, बारां में 78, बाड़मेर में 172, भरतपुर में 101, भीलवाड़ा में 127, बीकानेर में 202, बूंदी में 49, चित्तौडगढ़ में 44, चूरू में 99, दौसा में 100, धौलपुर में 84, डूंगरपुर में 201, हनुमानगढ़ में 118, जैसलमेर में 58, जालौर में 88, झालावाड़ में 90, झुंझुनूं में 142, जोधपुर में 235, करौली में 92, कोटा में 123, नागौर में 248, पाली में 134, प्रतापगढ़ में 47, राजसमंद में 92, सीकर में 163, टोंक में 133 और उदयपुर में 150 शिक्षक अधिशेष हुए हैं।