श्रीगंगानगर| नई धानमंडी स्थित श्री सिद्ध हनुमान मंदिर में बुधवार को नानी बाई रो मायरो कथा का बुधवार को समापन हो गया है। कथा वाचन करते हुए पंडित महेंद्र कल्याणा ने कहा कि कलियुग में गोसेवा करने वाले व्यक्तियों को पुण्य प्राप्ति होती है। जब नानी बाई का भात भरने का समय आया तो उनके भाई नरसी भगत के पास भात भरने को कुछ भी नहीं था। अपने भक्त की लाज बचाने के लिए स्वयं भगवान सांवरा सेठ बनकर भात भरने पहुंचे। बड़े चाव के साथ भगवान ने नानी बाई का भात भरा। भात को देखकर नानी बाई के ससुराल एवं गांव के सभी लोग भगवान की इस लीला को देखकर हैरान रह गए। पुजारी अरविंद पांडे ने बताया कि सुबह 10 से दोपहर 12:30 बजे तक रोजाना पांच कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यज्ञ में श्रद्धालु भी बढ़चढ़ कर आहूतियां डालने के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं। शाम को मंदिर परिसर में संगीतमयी सुंदरकांड पाठ किया जा रहा है। इस मौके पर रामगोपाल पांडूसरिया, भूपेंद्र जिंदल, ओमप्रकाश महिपाल, कांति अग्रवाल, पुरुषोत्तम अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। श्रद्धालुओं में मायरा भरने के प्रति विशेष उत्सुकता नजर आई। गुरुवार को दोपहर 3:30 से शाम 6:30 बजे तक कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए रोजाना भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का समापन 18 को पूर्णाहुति के साथ होगा।
नानी बाई रो मायरो कथा का वाचन करते पंडित महेंद्र।