नगर परिषद की बजट बैठक बुधवार को तय समय से 43 मिनट देरी से सुबह 10.43 बजे शुरू हुई। महज 10 मिनट में एजेंडे के सभी बिंदुओं पर सहमति जताते हुए पार्षदों ने सर्वसम्मति से 312 करोड़ का बजट पास कर दिया। 90 मिनट चली बैठक में बाजार योजना के तहत मॉल बनाने, सिटी बस स्टॉपेज, पांच स्थानों पर वाई फाई सेंटर सहित एक दर्जन योजनाएं पेश की गई। कुछ पुरानी घोषणाओं को भी दोहराया। इस पर पार्षदों ने पूर्व में प्रस्तावित घोषणा पर काम नहीं होने को लेकर सवाल भी उठाए।
शुरुआत में सभापति जीवण खां ने कहा, इस भवन में बोर्ड की यह आखिरी बैठक है। नेता प्रतिपक्ष अशोक चौधरी ने 312 करोड़ के बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, आठ महीने में इसे पूरा करना चुनौती है। चौधरी ने लाइब्रेरी, जीवन रेल, कचरा निस्तारण प्लांट के पूर्व घोषित प्रस्तावों पर काम नहीं होने पर सवाल उठाया। नंदीशाला पर सभापति ने 60 में से 30 लाख रुपए खर्च का दावा किया। कहा-सीकर पहली नगर परिषद है, जो चारे के लिए 13 लाख रुपए दे रही है। मैं मार्च से प्रत्येक घर को नंदीशाला से जोड़ने का संकल्प लेता हूं। बैठक में पूर्व पार्षद जगदीश महरिया, अर्जुन झाझुका व रमेश को श्रद्धांजलि दी गई।
भास्कर ने 1 दिन पहले बता दिया था बजट में क्या मिलेगा
13 फरवरी को भास्कर में प्रकाशित खबर
चुनौती : ये आसानी से संभव नहीं हैं। क्योंकि चाल साल में लाइब्रेरी, जीवन रेल, कचरा निस्तारण प्लांट, स्मार्ट वार्ड, ग्रीन सिटी व नानी लेक के प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं आए।
चुनौती : बजट व्यवस्था की बड़ी चुनौती होगी। क्योंकि बाहरी वार्डों में पहले कदम से पैसा खर्च करना होगा। नंबर प्लेट की कवायद पहले भी हुई।
चुनौती : ग्रीन प्रोजेक्ट में पूर्व में 5 हजार पौधे लगाने तय किए जो नहीं लगे। मकान बनाने वाले ने भेंट किया गया पौधा लगाया या नहीं। इसकी मॉनिटरिंग कैसे हो पाएगी।
चुनौती : अतिक्रमण हटाने में लाचार अफसर स्टॉपेज के लिए जगह कैसे निकाल पाएंगे। फ्री डाटा के बाद अब वापस महंगे होते पैकेज का खर्च उठाते हुए नियमित सुविधा देना चुनौती होगी।
चुनौती : नए टैक्स का पैसा जनता की जेब से नंदीशाला पहुंच जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि नंदीशाला से पशु वापस बाजार में नहीं छोड़े जाए। इसकी मॉनिटरिंग कैसे होगी।
चुनौती : बड़ा सवाल यह है कि समय पर यूडी टैक्स नहीं वसूल करने वाला परिषद का सिस्टम सीवरेज बिल जारी करने और कनेक्शन नहीं लेने वालों से पैनल्टी कैसे वसूल कर पाएगा। सख्त सिस्टम की जरूरत होगी।
सदन में धन्यवाद पर विवाद...
कांग्रेसी पार्षद चांदखां मुगल दैनिक भास्कर में छपी खबर दिखाते हुए।
सभापति ने एलएनटी कंपनी को धन्यवाद दिया तो पार्षदों ने दैनिक भास्कर में छपी खबर दिखा बताई हकीकत
सभापति जीवण खां ने सीवरेज के कामकाज की जानकारी देते हुए एलएनटी कंपनी का धन्यवाद किया। बोले, दो साल में शहर की 65 फीसदी आबादी सीवर लाइन से जुड़ जाएगी। समय पर काम होने पर ही सीकर में सीवरेज का सैकंड फेज मंजूर हुआ है। पार्षदों ने धन्यवाद पर आपत्ति जताई। कांग्रेस पार्षद चांद खां, भाजपा पार्षद परमेश्वर सैनी सहित अन्य ने दैनिक भास्कर की प्रतियां लहराते हुए कंपनी की हकीकत सदन के सामने रखी। पार्षद मुश्ताक तंवर ने कहा, एलएनटी कंपनी ने बकरा मंडी में पानी निकासी के नालों को मिट्टी से भरकर जाम कर दिया। ड्रेनेज के लिए इस्लामिया कॉलेज से बकरा मंडी, खटिकान मोहल्ले तक एलएनटी के खर्चे पर नाला बनाया जाए। 20 मिनट हंगामा होता रहा। सभापति के यू टर्न के बाद मामला शांत हुआ। सभापति बोले, मैं एलएनटी का पक्ष नहीं ले रहा न धन्यवाद दे रहा। काम में सहयोग के लिए जनता और जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त कर रहा हूं। सभापति ने कहा, सुजानगढ़, फतेहपुर में आप सीवरेज के हालात देख सकते हैं। बेहतर काम की वजह से ही सीकर में दूसरा फेज मंजूर हुआ है। उखड़ी सड़कों और बकरा मंडी में जलभराव को लेकर हंगामा होता रहा। -पेज 15 भी पढ़ें