दैनिक भास्कर ऐप पर रीट स्टूडेंट्स के लिए हम लगातार इंटरेक्टिव और परीक्षा की तैयारी से जुड़ी अध्ययन सामग्री प्रकाशित कर रहे हैं। अब रीट में केवल 15 दिन बचे हैं। वक्त आ गया है जब आपको नई रणनीति अपनाकर स्टडी को आगे बढ़ाना है और एक कॉन्फिडेंस स्टेज हासिल करनी है, ताकि परीक्षा में आप बेहतर स्कोरिंग कर सकें। इन आखिरी दिनों में REET की तैयारी कैसे करनी है? इसके बाद आखिरी 7 दिन जब बचें, तो कैसे रिवीजन करना है? परीक्षा से ठीक एक दिन पहले की क्या रणनीति होनी चाहिए? इन तमाम पॉइंट्स पर स्टूडेंट्स को गाइड करने के लिए हमारे साथ जुड़े हैं शिक्षण और कोचिंग संचालन के अनुभवी एक्सपर्ट संदीप चौधरी।
बाजार से कोई भी नई किताब नहीं खरीदनी
आपने जो पढ़ा है, वह सफिशिएंट है। आपको बाजार से कोई नई किताब अब नहीं खरीदनी है। कोई नए मॉडल टेस्ट पेपर नहीं खरीदने हैं, क्योंकि इस रीट के सिलेबस में करंट GK नहीं है। जो सिलेबस आपने अब तक पढ़ा है, उसी को रिवाइज करना है।
जिस सब्जेक्ट में लगे कमजोर हूं, उसे बार-बार पढ़कर रिवीजन करें।
जब आपको लगे कि मैं किसी पाठ में कमजोर हूं, तो उसे बार-बार पढ़ना है। याद नहीं करना है। मतलब किसी भी टॉपिक का रट्टा नहीं लगाना है, क्योंकि परीक्षा में क्वेश्चन आएगा और उसके नीचे ऑप्शन आएंगे- A, B, C, D। उनमें से ही कोई एक सही उत्तर चुनना है, इसलिए रटने की जरूरत नहीं है, केवल प्रश्न का उत्तर देखा हुआ होना चाहिए। अगर प्रश्न और उत्तर देखा हुआ है, तो उसके ऑपशन्स देखते ही आपको समझ में आ जाएगा कि सही कौन सा है।
90 प्रश्न रहते हैं सभी के लिए कॉमन
मनोविज्ञान विषय में 30 प्रश्न आएंगे। 15 हिंदी और 15 हिन्दी में शिक्षण विधियां के प्रश्न आएंगे। सेकेंड लैंग्वेज इंग्लिश, संस्कृत या उर्दू, सिन्धी जो भी ले रखी है, उससे भी 15 भाषा के और 15 शिक्षण विधियों के प्रश्न आएंगे। यानी कुल 90 प्रश्न लेवल 1 और लेवल 2 दोनों में ही कॉमन हैं। लेवल-1 और लेवल-2 के हिसाब से प्रश्नों का लेवल अलग हो सकता है।
150 प्रश्नों को 150 मिनट में सॉल्व करने का टाइम मैनेजमेंट करें तैयार
टाइम मैनेजमेंट एग्जाम के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। घर पर 150 प्रश्नों के साथ आज से ही प्रैक्टिस करने की कोशिश करें। कोशिश करें की पूरे 150 मिनट में 150 प्रश्न हल हो जाएं। इसके लिए घड़ी में टाइम देखकर मैनेजमेंट तैयार कर लें।
सभी प्रश्न करें हल
नेगेटिव मार्किंग इस परीक्षा में नहीं है। इसलिए सभी 150 प्रश्नों के उत्तर देने हैं। प्रश्नों को पढ़ और समझकर ही उत्तर दें। जिन प्रश्नों के उत्तर आते हैं उन्हें सबसे पहले हल करें। जिन प्रश्नों के उत्तर नहीं आते उन्हें बाद में देखें।
7 दिन में रिवीजन कैसे करें
किसी भी विषय को 40 मिनट से ज्यादा नहीं पढ़ना है। जैसे कि आपने 40 मिनट हिन्दी की किताब पढ़ी। उसके बाद किताब या नोट्स को बन्द करके रख दें। फिर 5 से 7 मिनट चिन्तन-मनन करें, कि मैंने अब तक क्या पढ़ा है। इसी तरह मनोविज्ञान भी 40 मिनट पढ़ना है, फिर चिन्तन-मनन करना है। इसी तरह सभी विषयों की किताबों और नोट्स को 40 मिनट तक ही लगातार पढ़ना है। उसके बाद पढ़े हुए को दिमाग में रिवाइज करते हुए ध्यान में रखना है। इससे कॉन्फिडेंस बढ़ता है। आपके सामने परीक्षा में जब 4 ऑपशन्स आएंगे, तब आप यह समझ पाएंगे कि क्या उत्तर देना है।
परीक्षा से 1 दिन पहले क्या करें
पेपर के एक दिन पहले पढ़ाई को पूरी तरह बन्द कर देना है। अपने सारे नोट्स, किताब-कॉपी को बन्द कर देना है। आखिरी समय में लगता है कि हम ये भी पढ़ लें और वो भी। इसलिए ऐसी जल्दबाजी से बचना चाहिए। खुद को रिलेक्स करना चाहिए। दिमाग में किसी भी तरीके की शंका या तनाव हो उसे दूर करना चाहिए।
दो ऑप्शंस के भ्रम से कैसे निकलें
आप में से कई स्टूडेंट्स को लगेगा कि मैं तो सब कुछ भूल गया हूं। लेकिन परीक्षा में जब प्रश्न आएगा और उसके नीचे उत्तर के लिए चार ऑपशन्स मिलेंगे। आपको सही उत्तर को ही सलेक्ट करना है। सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह आती है कि प्रश्न एक होता है और उत्तर के ऑपशन्स 4 होते हैं। आपके मन या दिमाग में दो आवाज आती हैं। ये सही है या वो ऑपशन सही है। लेकिन दो ऑपशन के भ्रम में नहीं पड़ना है। कन्फ्यूजन की स्थिति हो तो एग्जाम हॉल में अपनी आंखें बंद करें। जिस किताब या नोट्स से पढ़ाई की है, उसमें से उत्तर को ध्यान करें और अपनी आत्मा की आवाज सुनें। इससे आपको सही ऑप्शन का चुनाव करने में मदद मिलेगी।
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