सकट चौथ पर सुबह-शाम गणेश जी की पूजा की जाती है। फिर रात में चंद्रमा के दर्शन कर के चंद्रमा की पूजा करते हैं। सकट चौथ पर पूजा के समय गणेश मंत्र बोलने चाहिए। बिना मंत्रों के भगवान गणेश की पूजा अधूरी मानी गई है। गणेश जी की पूजा के समय हरे फूल, दूर्वा, गुड़, तिल की मिठाई या अन्य मिठाई का भोग लगाना चाहिए। पूजा के समय सबसे पहले गणेशजी का ध्यान मंत्र बोलना चाहिए, फिर पूजा की सामग्री चढ़ानी चाहिए। उसके बाद स्तोत्र पाठ कर के गणेशजी की आरती करें।
- ये मंत्र बोलते हुए गणेशजी की पूजा करें
ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . ध्यायामि (हाथ जोड़ें) . ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . आवाहयामि (हाथ लोड़ें). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . आसनं समर्पयामि (अक्षत चढ़ाएं) . ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . अर्घ्यं समर्पयामि (जल चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . पाद्यं समर्पयामि (जल चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . आचमनीयं समर्पयामि (जल चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . उप हारं समर्पयामि . ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . पंचामृत स्नानं समर्पयामि (पंचामृत या कच्चा दूध चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . वस्त्र युग्मं समर्पयामि (वस्त्र या मौली चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . यज्ञोपवीतं धारयामि (जनेउ चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . आभरणानि समर्पयामि . ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . गंधं धारयामि (सुगंधित पूजा सामग्री चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . अक्षतान् समर्पयामि (चावल चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . पुष्पैः पूजयामि (फूल चढ़ाएं). ॐ सिद्धि विनायकाय नमः . प्रतिष्ठापयामि (चावल चढ़ाएं).
इसके बाद हाथ जोड़कर गणेश जी के इन नामों का जप करें और भगवान गणेश को प्रणाम करें
ॐ गणपतये नमः॥ ॐ गणेश्वराय नमः॥ ॐ गणक्रीडाय नमः॥
ॐ गणनाथाय नमः॥ ॐ गणाधिपाय नमः॥ ॐ एकदंष्ट्राय नमः॥
ॐ वक्रतुण्डाय नमः॥ ॐ गजवक्त्राय नमः॥ ॐ मदोदराय नमः॥
ॐ लम्बोदराय नमः॥ ॐ धूम्रवर्णाय नमः॥ ॐ विकटाय नमः॥
ॐ विघ्ननायकाय नमः॥ ॐ सुमुखाय नमः॥ ॐ दुर्मुखाय नमः॥
ॐ बुद्धाय नमः॥ ॐविघ्नराजाय नमः॥ ॐ गजाननाय नमः॥
ॐ भीमाय नमः॥ ॐ प्रमोदाय नमः ॥ ॐ आनन्दाय नमः॥
ॐ सुरानन्दाय नमः॥ ॐमदोत्कटाय नमः॥ ॐ हेरम्बाय नमः॥
ॐ शम्बराय नमः॥ ॐशम्भवे नमः ॥ॐ लम्बकर्णाय नमः ॥ॐ महाबलाय नमः॥ॐ नन्दनाय नमः ॥ॐ अलम्पटाय नमः ॥ॐ भीमाय नमः ॥ॐमेघनादाय नमः ॥ॐ गणञ्जयाय नमः ॥ॐ विनायकाय नमः ॥ॐविरूपाक्षाय नमः ॥ॐ धीराय नमः ॥ॐ शूराय नमः ॥ॐवरप्रदाय नमः ॥ॐ महागणपतये नमः ॥ॐ बुद्धिप्रियायनमः ॥ॐ क्षिप्रप्रसादनाय नमः ॥ॐ रुद्रप्रियाय नमः॥ॐ गणाध्यक्षाय नमः ॥ॐ उमापुत्राय नमः ॥ ॐ अघनाशनायनमः ॥ॐ कुमारगुरवे नमः ॥ॐ ईशानपुत्राय नमः ॥ॐ मूषकवाहनाय नः ॥ ॐ सिद्धिप्रदाय नमः॥ॐ सिद्धिपतयेनमः ॥ॐ सिद्ध्यै नमः ॥ॐ सिद्धिविनायकाय नमः॥ ॐ विघ्नाय नमः ॥ॐ तुङ्गभुजाय नमः ॥ ॐ मोहिनीप्रियाय नमः ॥