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भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल का मानना है कि पिछले साल बैन से वापसी के बाद वह स्वार्थी हो गए थे और खुद के लिए खेलते थे। इसी वजह से वे फेल हुए लेकिन जब दोबारा टीम के लिए खेलना शुरू किया तो प्रदर्शन पहले से बेहतर हो गया। उन्होंने इंडिया टुडे से बातचीत में यह कहा।
राहुल और हार्दिक पंड्या को पिछले साल जनवरी में 'कॉफी विद करण' शो में महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के बाद बीसीसीआई ने सस्पेंड कर दिया था। उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे से बीच में ही वापस बुला लिया गया था। हालांकि, जनवरी के आखिरी हफ्ते में उन पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया और घरेलू मैच में बेहतर प्रदर्शन के दम पर उन्होंने दोबारा टीम में वापसी की।
'अब सिर्फ टीम के लिए खेलता हूं'
उन्होंने आगे कहा कि सस्पेंड होने के बाद मुझे लगा कि क्रिकेटर का करियर बहुत छोटा है। शायद 10-12 साल ही मेरे पास होंगे। ऐसे में मुझे पूरी ताकत और समय बेहतर बल्लेबाज बनने के साथ ही टीम के लिए लगाना चाहिए। सोच में इसी बदलाव ने मुझे दबाव से निपटने में मदद की और मैं टीम के लिए अच्छा करने के बारे में सोचने लगा। इससे मेरे खेल में काफी सुधार आया।
राहुल ने पिछले साल 13 वनडे में 572 रन बनाए
राहुल ने बैन से वापसी के बाद शानदार बल्लेबाजी की है। उन्होंने पिछले साल 13 वनडे में 572 रन, जबकि 9 टी-20 में 356 रन बनाए। इस साल भी उन्होंने 6 वनडे में 350 रन और 7 टी-20 मैच में 323 रन बनाए हैं। वे सबसे कम पारियों में 4 वनडे शतक लगाने के मामले में विराट कोहली से आगे हैं। उन्होंने 31 पारियों में 4 शतक लगाए हैं, जबकि विराट ने इसके लिए 36 पारियां खेली थीं। धवन ने सबसे कम 24 पारियों में चार शतक लगाए हैं।
राहुल के टेस्ट में 2 हजार रन
इस बल्लेबाज ने अब तक 36 टेस्ट में 56.45 स्ट्राइक रेट से 2006 रन बनाए हैं, जबकि 32 वनडे में 87.06 के स्ट्राइक रेट से 1239 रन बनाए हैं। वहीं, 42 टी-20 में 146.10 स्ट्राइक रेट के साथ 1461 रन उनके नाम हैं।
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