- किरण रिजिजू ने कहा- यह स्वच्छ और पारदर्शी शासन की दिशा में एक बड़ा कदम है
- भारतीय क्रिकेटरों को भी नाडा की परीक्षण प्रक्रिया से गुजरना होगा
Dainik Bhaskar
Aug 10, 2019, 03:30 PM ISTनई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी (नाडा) के अंतर्गत काम करने के लिए तैयार हो गया। बोर्ड को नाडा के कानून का पालन करना होगा। बीसीसीआई पूर्ण रूप से इन नियमों का पालन करने के लिए तैयार है। खेल मंत्री किरण रिजिजू ने शनिवार को इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने इसे खेलों में स्वच्छ और पारदर्शी शासन की दिशा में एक बड़ा कदम करार दिया।
रिजिजू ने कहा, ‘मैं नहीं चाहता कि कोई भी मुद्दा या मामला अनसुलझा रहे। सारे मतभेद सर्वसम्मति से निपटा लेने चाहिए, क्योंकि मैं खेलों और खिलाड़ियों के हित में खेलों में स्वच्छ और पारदर्शी शासन में भरोसा करता हूं।’ अब भारतीय क्रिकेटरों को भी नाडा की परीक्षण प्रक्रिया से गुजरना होगा। हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते खिलाड़ी पृथ्वी शॉ को प्रतिबंधित दवा का सेवन करने का दोषी पाया गया था। इसके बाद उन पर 15 नवंबर तक का बैन भी लगाया गया।
‘नाडा के प्रदर्शन से खुश नहीं’
बोर्ड के एंटी-डोपिंग मैनेजर अभिजीत साल्वी ने कहा था- यदि हम नाडा के प्रदर्शन से खुश होते, तो हमें उनके नियम लागू करने में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं थी। मुझे भरोसा है कि आपने भी नाडा की अक्षमता से जुड़ी पुरानी रिपोर्ट्स पढ़ी ही होगी। बहरहाल, खेल सचिव आरएस जुलानिया ने स्पष्ट कर दिया है कि अब बीसीसीआई के पास इस बात से इनकार करने का कोई कारण नहीं है। अब हर किसी को इसके (नाडा के) नियम मानने होंगे।