वर्ल्ड कप में पहली बार सभी ऑफिशियल्स महिलाएं:18 साल खेलने के बाद रेफरी बनीं लक्ष्मी, रेफरी पैनल में इकलौती भारतीय

दुबई2 महीने पहले
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लक्ष्मी पुरुषों के मैच में भी अंपायरिंग कर चुकी हैं। - Dainik Bhaskar
लक्ष्मी पुरुषों के मैच में भी अंपायरिंग कर चुकी हैं।

महिला टी20 वर्ल्ड कप 10 फरवरी से होगा। आईसीसी ने बताया कि इस टूर्नामेंट में सारी मैच ऑफिशियल्स महिलाएं होंगी। आईसीसी की 13 सदस्यों की सूची में भारत से जीएस लक्ष्मी, वृंदा राठी और एन. जननी ऑफिशियल्स के तौर पर शामिल होंगी। लक्ष्मी रेफरी हैं जबकि वृंदा और जननी अंपायर के तौर पर शामिल हैं। ये पहली बार है, जब पूरी महिला ऑफिशियल्स की टीम किसी आईसीसी टूर्नामेंट में काम करेगी। आईसीसी ने बताया कि वे क्रिकेट में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना चाहते हैं।

आईसीसी मैच रेफरी पैनल में जगह बनाने वाली पहली महिला है लक्ष्मी, वृंदा, जननी कर चुकी रणजी में अंपायरिंग
जीएस लक्ष्मी महिला टी20 वर्ल्ड कप में ऑफिशियल रेफरी के रूप में जाने वाली 3 सदस्यीय टीम का हिस्सा है। वे आईसीसी रेफरी पैनल में शामिल होने वाली पहली महिला भी हैं। साथ ही, पुरुष वनडे मुकाबले में रेफरी की भूमिका निभाने वाली पहली महिला भी थीं। इन्होंने ये मुकाम साल 2020 में हासिल किया था।

54 वर्षीय लक्ष्मी खुद ऑलराउंडर रह चुकी हैं। अपने 18 साल के करियर के दौरान उन्होंने साउथ सेंट्रल रेलवे, आंध्रप्रदेश, बिहार, ईस्ट जोन और साउथ जोन की टीम के लिए खेला है। 1999 में लक्ष्मी को भारतीय टीम में भी चुना गया, लेकिन वे प्लेइंग-11 में जगह नहीं बना पाई। इसके बाद 2004 में उन्होंने संन्यास लिया। एक रेफरी के तौर पर उन्होंने 2008 में एक घरेलू मैच में दूसरी पारी का आगाज किया था।

दिसंबर 2022 में वृंदा और जननी रणजी में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला जोड़ी बनी थी। दोनों को 2018 में आईसीसी अंपायरों के विकास पैनल में भी शामिल किया गया था। वृंदा ने अपने अंपायरिंग करियर की शुरुआत मुंबई के मैदानों से की।

वे 2013 के महिला वर्ल्ड कप में ऑफिशियल स्कोरर भी रह चुकी हैं। दूसरी ओर, जननी ने अंपायरिंग करियर 2021 में तमिलनाडु प्रीमियर लीग से किया। वे सॉफ्टवेयर इंजीनियर थी। अंपायर बनने की चाह में जननी ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था।