भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज 25 नवंबर से शुरू होने वाली है। पहले टेस्ट मैच के लिए टीम का ऐलान शुक्रवार को कर दिया गया। टेस्ट टीम से हनुमा विहारी को बाहर कर दिया गया है। इस फैसले ने सबको चौंका दिया है। किस आधार पर ये फैसला लिया गया ये वाकई में हैरान करने वाली बात है।
क्या विदेशी दौरे के लिए बने हैं विहारी?
टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल और इंग्लैंड दौरे पर हनुमा विहारी टीम इंडिया के सदस्य थे, लेकिन उनको एक भी टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिल सका था। ये कहना गलत नहीं होगा कि हनुमा विहारी को भारतीय चयनकर्ता और कैप्टन कोहली विदेशी दौरों का स्पेशलिस्ट बना रहे हैं। विदेशों में तेज पिचें होती हैं, जहां विहारी टीम की स्कीम में फिट बैठते हैं।
आमतौर पर टीम इंडिया जब घरेलू सरजमीं पर या एशियन कंडीशंस में खेलती है तो टीम पांच स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों के साथ मैदान पर उतरती है। हालांकि, विदेशों में (SENA देश + वेस्टइंडीज, साउथ अफ्रीका) टीम के पास छह बल्लेबाज + विकेटकीपर को प्लेइंग XI में शामिल करने का ऑप्शन रहता है।
साउथ अफ्रीका दौरे के लिए मिली जगह
यही एक मुख्य कारण भी माना जा सकता है कि चयनकर्ताओं ने विहारी को न्यूजीलैंड सीरीज से बाहर कर साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टीम में जगह दी है। न्यूजीलैंड सीरीज के बाद भारत को साउथ अफ्रीका के दौरे पर जाना है, जहां इंडिया ए के लिए खेलने का अनुभव हनुमा के लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकता है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली थी मैच बचाऊ पारी
विहारी ने भारत के लिए आखिरी टेस्ट जनवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेला था। यह टेस्ट सिडनी के मैदान पर खेला गया था और हनुमा विहारी ने इस मुकाबले में 161 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 23 रन रन बनाए थे। छठे विकेट के लिए उन्होंने आर अश्विन के साथ 256 गेंदों पर नाबाद 62 रन जोड़कर भारत को न सिर्फ हार से बचाया था बल्कि मैच ड्रॉ करना में बड़ी भूमिका भी निभाई थी। अपनी पारी के दौरान विहारी हैम-स्ट्रिंग की चोट से जूझ रहे थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों की कई गेंदें शरीर पर झेली थीं। इंग्लैंड दौरे पर भी हनुमा को एक भी मैच में मौका नहीं दिया गया था।
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