भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से लगातार बयान सामने आ रहे हैं। अब एजेंसी को दिए बयान में BCCI के एक अधिकारी ने दावा किया है कि विराट कोहली के साथ टी-20 की कप्तानी से इस्तीफा देने के मुद्दे पर 8 लोगों की मौजूदगी में बात हुई थी।
इस मीटिंग में विराट से स्पष्ट तौर पर पूछा गया था कि क्या टी-20 की कप्तानी छोड़ना उचित होगा? इस मीटिंग में विराट के अलावा मौजूद 8 लोगों में पांच सिलेक्टर्स, BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह और रोहित शर्मा शामिल थे।
विराट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद गांगुली नाराज, बीसीसीआई असमंजस में
विराट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद से सौरव गांगुली नाराज हैं, वहीं BCCI असमंजस की स्थिति में है। यह स्थिति विराट का बयान BCCI अध्यक्ष के उलट होने के कारण बनी है। ऐसे में अगर BCCI की ओर से कोई बयान जारी किया जाता है, तो टेस्ट कप्तान झूठा साबित होंगे और इसका असर टीम के मनोबल पर होगा। वहीं, अगर बोर्ड बयान जारी नहीं करता है तो अध्यक्ष पर सवाल उठेंगे। विराट के बयान के बाद BCCI की इमेज को काफी नुकसान हुआ है और इससे बोर्ड व कप्तान के बीच तालमेल का अभाव साफ नजर आ रहा है।
कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा?
दरअसल विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पहले बुधवार को प्रेस वार्ता में कहा था कि टी-20 की कप्तानी छोड़ने की जब उन्होंने घोषणा की थी, तब उन्हें BCCI के किसी भी अधिकारी ने मना नहीं किया था। सभी ने उनके कदम को उचित बताया था। वहीं, उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटाए जाने की जानकारी टेस्ट टीम की घोषणा से महज डेढ़ घंटे पहले ही चयनकर्ताओं ने दी थी।
गांगुली ने वनडे की कप्तानी से हटाने की बताई थी वजह
विराट की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने उन्हें वनडे की कप्तानी से हटाए जाने पर सफाई दी थी। गांगुली ने कहा था कि विराट को टी-20 की कप्तानी से इस्तीफा देने से मना किया गया था। विराट को वनडे की कप्तानी से हटाने का फैसला चयनकर्ताओं और BCCI ने मिलकर लिया, क्योंकि व्हाइट बॉल क्रिकेट यानी वनडे और टी-20 में हम टीम का एक ही कप्तान रखना चाहते थे। ऐसे में विराट को हटाकर रोहित शर्मा को वनडे की कप्तानी सौंपी गई।
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