साउथ अफ्रीका के महानतम बल्लेबाजों में से एक एबी डिविलियर्स ने कहा कि क्रिकेट के टाइट शेड्यूल के कारण प्लेयर्स के लिए तीनों फॉर्मेट खेलना मुश्किल बनता जा रहा है। यह उनके लिए एक सजा की तरह हो गया है। एक प्लेयर तीनों फॉर्मेट तब ही खेल सकता है जब वह बीच में ब्रेक ले।
डिविलियर्स ने परिवार के साथ वक्त बिताने के लिए लिया था रिटायरमेंट
एबी डिविलियर्स ने 2018 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके 3 साल बाद उन्होंने 2021 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने परिवार के साथ अधिक समय बिताने के लिए क्रिकेट छोड़ा था।
खिलाड़ियों को चुनना होगा अपना फॉर्मेट
PTI को दिए इंटरव्यू में डिविलियर्स ने आगे कहा कि खिलाड़ियों के करियर को बढ़ाया जा सकता है अगर वे अपने फॉर्मेट चुन लें। इसके साथ ही बोर्ड को खिलाड़ियों से इस बारे में बात करनी चाहिए ताकि बैलेंस बना रहे। बोर्ड को खिलाड़ियों को चुनना चाहिए और उनसे बात करनी चाहिए। खिलाड़ियों को सुनकर और उनके लक्ष्य को समझ कर यह पता करना चाहिए की खिलाड़ी कहां फिट होते हैं। उनसे पूछा जाना चाहिए कि वे लीग में ज्यादा समय देना चाहते हैं या इंटरनेशनल क्रिकेट में।
लीग खेलना भी जरूरी
डिविलियर्स ने आगे कहा कि दुनियाभर की लीग में खेलना जरूरी भी है। इससे अनुभव मिलता है। सूर्यकुमार यादव, मैं और डेवाल्ड ब्रेविस जैसे खिलाड़ी लीग के कारण ही क्रिकेट को अलग स्तर पर ले जा पाए हैं। प्लेयर के साथ यह चर्चा करना बहुत जरूरी है कि वह गोल हासिल करना चाहता है या नहीं। कई खिलाड़ी एक फॉर्मेट में कमजोर होते हैं और वो इस बारे में जानते हैं फिर भी वे बात नहीं कर पाते। इस बार में चर्चा जरूरी है।
मेरे करियर के दौरान भी मैं बोर्ड से बातचीत नहीं कर पाया और न ही कभी बोर्ड ने बात की। इस वजह से हम किसी योजना को बना नहीं पाए जिससे मैं और क्रिकेट खेल पाता।
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