विराट बोले, 40-50 रन से खुश होने वाला इंसान नहीं:टीम के लिए बड़ा स्कोर ना कर पाना खाए जा रहा था, अब टेंशन नहीं

अहमदाबाद19 दिन पहले
  • कॉपी लिंक
39 महीनों के बाद टेस्ट शतक जमाने के बाद विराट कोहली ने अपनी एंगेजमेंट रिंग चूम ली।

अहमदाबाद टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 186 रन की पारी ने विराट कोहली को काफी राहत दी है। विराट ने कहा कि वे 40-50 रन से खुश होने वाले इंसान नहीं। वो जानते हैं कि 150 रन बनाकर टीम की मदद कर सकते हैं, लेकिन लंबे समय से ऐसा नहीं कर पाना उन्हें खाए जा रहा था। हालांकि इस पारी के बाद वे काफी संतुष्ट हैं और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जाते वक्त उन्हें कोई तनाव नहीं रहेगा।

विराट ने यह बातें एक वीडियो में कहीं, जिसे BCCI ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है। वीडियो में कोच राहुल द्रविड़ भी हैं। द्रविड़ ने कहा कि वह भी यही चाहते थे कि उनके हेड कोच रहते हुए विराट सेंचुरी बनाएं और ड्रेसिंग रूम में वह इस लम्हे का लुत्फ उठा सकें।

186 रन की पारी पर विराट ने कहीं 3 बातें...

1. गलतियों से मैंने अपने लिए मुश्किलें खड़ी कीं
मैंने अपने लिए मुश्किलों को खड़ा होने दिया। ये मेरी अपनी गलतियों के चलते ही हुआ। एक बल्लेबाज के तौर पर थ्री फिगर मार्क (शतक) तक पहुंचना आप पर हावी हो जाता है। ये मेरे साथ भी कुछ हद तक हुआ। मैं ऐसा इंसान नहीं हूं, जो 40-50 रन से खुश हो जाए। जबकि मैं जानता हूं कि 150 रन बनाकर अपनी टीम की मदद कर सकता हूं। टीम के लिए बड़ा स्कोर नहीं कर पाना मुझे खाए जा रहा था।

विराट ने 12 मार्च को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में 364 गेंदों में 15 चौकों की मदद से 186 रन बनाए।
विराट ने 12 मार्च को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में 364 गेंदों में 15 चौकों की मदद से 186 रन बनाए।

2. हमेशा ही टीम के लिए बल्लेबाजी करने की कोशिश की
जब भी टीम को जरूरत पड़ी मैंने अलग हालात में भी परफॉर्म किया है। मुझे ऐसा करने में हमेशा गर्व महसूस हुआ। ये कभी भी किसी रिकॉर्ड या उपलब्धि को लेकर नहीं रहा। मैं हमेशा ही अपनी टीम के लिए ज्यादा से ज्यादा समय तक बल्लेबाजी करना चाहता हूं और शतक इस लक्ष्य के बीच में आने वाला एक पड़ाव है। टीम के लिए अच्छा परफॉर्म करना और शतक लगाना आपको बहुत ज्यादा संतुष्टि देता है।

अब मैं WTC फाइनल में रिलेक्स माइंड के साथ जाऊंगा।

3. डिफेंस स्ट्रॉन्ग पॉइंट है, मैंने धीरज बनाए रखा
मैं जानता था कि इस सीरीज में अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं। अहमदाबाद में विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा था। ऑस्ट्रेलिया को पिच से कुछ मदद मिल रही थी और वह उसका फायदा उठा रही थी, पर मैंने अपने डिफेंस पर भरोसा किया। यही मेरा स्ट्रॉन्ग पॉइंट है। मैंने धैर्य रखा। यही वो चीजें है, जिनके साथ मैं हमेशा टेस्ट क्रिकेट खेलता हूं। जब मैं अच्छा डिफेंस करता हूं और खराब बॉल मिलती है तो मैं उस पर स्कोर कर सकता हूं।

क्रिकेट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें ...
भारतीय टीम में गुटबाजी के सवाल पर बोले चहल: यह क्लब नहीं, इंडिया की टीम है

3 दिन बाद 17 मार्च से भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज शुरू होने जा रही है। पहला मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल वनडे सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं। पढ़ें पूरी खबर

कोहली का वर्ल्ड रिकॉर्ड: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्लेयर ऑफ द मैच बने; तीनों फॉर्मेट में 10+ बार ये अवॉर्ड जीतने वाले अकेले क्रिकेटर

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। 4 टेस्ट की सीरीज का आखिरी मुकाबला अहमदाबाद में खेला गया। भारत सीरीज में 2-1 से आगे था, ऐसे में आखिरी मैच ड्रॉ रहने पर सीरीज टीम इंडिया ने ही जीती। विराट कोहली ने इस टेस्ट में 364 बॉल पर 186 रन की जबरदस्त पारी खेली। उन्हें इस पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला। पढ़ें पूरी खबर