मुंबई में WPL यानी विमेंस प्रीमियर लीग का पहला सीजन खेला जा रहा है। इसमें पांच टीमें हिस्सा ले रही है। इस साल WPL के साथ भारत में पहली महिला टी-20 लीग शुरू हुई है। इसके साथ ही क्रिकेट के खेल में अब एक नया नियम जुड़ गया है।
WPL में अब खिलाड़ी अंपायर के वाइड बॉल और नो-बॉल के डिसीजन को चैलेंज कर सकते है। दूसरे शब्दों में कहें तो खिलाड़ी वाइड बॉल या नो बाॅल का फैसला DRS के माध्यम से थर्ड अंपायर के पास भेज सकते है। इसे सबसे पहले मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टूर्नामेंट के पहले ही मैच में यूज किया।
क्या कहता है WPL का नियम
WPL के नियम के मुताबिक खिलाड़ी, ऑन-फील्ड अंपायर द्वारा लिए गए किसी भी फैसले के खिलाफ रिव्यू ले सकता है। खिलाड़ी को वाइड या नो-बॉल के फैसले पर भी रिव्यू लेने की अनुमति मिलती है।
अंपायर ने बदला वाइड का फैसला
13वें ओवर की आखिरी बॉल पर मुंबई की साइका ने मोनिका पटेल को गेंद फेंकी। मोनिका ने पुल शॉट खेलना चाहा, लेकिन बॉल मिस हो गई। अंपायर ने इसे वाइड बॉल बताया। मुंबई की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने DRS लिया। रिव्यु में देखा गया की बॉल पटेल के ग्लोव से लगी है। इसके बाद अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा। साइका इशाक का यह ओवर मेडन रहा और उन्होंने 3.1 ओवर में 11 रन देकर 4 विकेट के साथ अपना स्पेल खत्म किया।
पहला मैच मुंबई जीता
विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के पहले सीजन की शुरुआत शनिवार को मुंबई इंडियंस और गुजरात जायंट्स के बीच मैच के साथ हुई थी। मुंबई ने गुजरात को 143 रन से हराया। टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी मुंबई इंडियंस ने 20 ओवर में 207 रन बनाए। जवाब में गुजरात की टीम 64 रन ही बना सकी थी। मुंबई की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 30 बॉल में 65 रन स्कोर किए।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.