श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर किए जाने के बाद ऋद्धिमान साहा को एक पत्रकार की तरफ से धमकाए जाने के मामले में BCCI एक्टिव हो गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस मामले की जांच के लिए 3 मेंबर्स की एक कमेटी गठित कर दी है।
उधर, साहा की भी मुश्किलें बढ़ने की संभावना है। उन्होंने पहले BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ पर टीम में नहीं चुने जाने को लेकर कई आरोप लगाए और फिर दोनों से हुई बातचीत को सार्वजनिक कर दिया। साहा अभी BCCI की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल हैं और उनका यह बयान बोर्ड के प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। ऐसे में उनसे भी सवाल-जवाब करने की तैयारी है।
BCCI ने बताए कमेटी में शामिल मेंबर्स के नाम
BCCI ने रात में जारी एक बयान में कहा, ऋद्धिमान साहा मामले की जांच के लिए 3 मेंबर की कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी में बोर्ड के वाइस-प्रेसिडेंट राजीव शुक्ला, ट्रेजरर अरुण सिंह धूमल और BCCI एपेक्स काउंसिल मेंबर प्रभतेज सिंह भाटिया शामिल हैं। यह कमेटी अगले सप्ताह मामले की जांच शुरू करेगी।
साहा सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ग्रुप बी में हैं। कॉन्ट्रैक्ट के नियम 6.3 के अनुसार कोई भी खिलाड़ी खेल अधिकारियों, खेल में हुई घटनाओं, टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल, टीम को लेकर सेलेक्शन प्रोसेस या खेल से संबंधित किसी भी अन्य मामले के बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं कर सकता है।
BCCI ट्रेजरर अरुण धूमल ने इस मामले में कहा, ‘इस बात की संभावना है कि BCCI रिद्धिमान से पूछ सकती है कि एक कॉन्ट्रैक्ट क्रिकेटर होने के नाते उन्होंने चयन के मामलों पर कैसे बात की। जहां तक अध्यक्ष सौरव गांगुली का सवाल है, उन्होंने साहा को खेलने के लिए प्रेरित करना चाहा था। बोर्ड शायद यह जानना चाहेगा कि आखिर किस वजह से उन्होंने बंद कमरे में कोच राहुल द्रविड़ से हुई बातचीत को सार्वजनिक किया। हम इस बारे में उनसे कैसे सवाल करेंगे अभी तक इस मामले पर फैसला नहीं किया है। सभी व्यस्त हैं, लेकिन कुछ दिनों में इस पर फैसला हो जाएगा।'
साहा ने क्या बोला था?
राहुल द्रविड़ को लेकर साहा ने कहा था, 'रणजी ट्रॉफी में मैं इसलिए इस साल हिस्सा नहीं ले रहा हूं क्योंकि मुझसे कहा गया है कि टीम इंडिया के लिए अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। साथ ही कोच द्रविड़ ने मुझे संन्यास लेने की सलाह दी थी।'
गांगुली ने किया झूठा वादा
साहा ने भारत के पूर्व कप्तान और BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली पर भी निशाना साधा था। साहा के अनुसार गांगुली ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उन्हें टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए। जब साहा ने कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में दर्द की दवा लेकर नाबाद 61 रन बनाए थे तो दादा ने उन्हें मैसेज कर के बधाई भी दी थी।
साहा के अनुसार गांगुली ने उनसे कहा था कि जब तक वो BCCI के अध्यक्ष हैं उन्हें किसी भी चीज को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। बोर्ड अध्यक्ष से इस तरह की बात सुनकर साहा का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया था, लेकिन अब साहा का कहना है कि वो अब इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि इतनी जल्दी सब कुछ कैसे बदल गया। उनके साथ झूठा वादा किया गया था।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.