केन विलियम्सन ने टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी कर सबका दिल जीत लिया। उन्होंने 85 रन की धमाकेदार पारी खेली। न्यूजीलैंड की पारी के दौरान 11वें ओवर में विलियम्सन को आउट करने का ऑस्ट्रेलिया के पास बहुत बड़ा मौका था। ओवर की तीसरी गेंद पर केन का आसान कैच जोश हेजलवुड ने छोड़ दिया, फिर क्या था। दुबई के मैदान पर विलियम्सन नाम का तूफान आ गया। 11वें ओवर में उन्होंने 19 रन बना दिए। इस ओवर के बाद जो भी गेंदबाज उनके सामने आया उन्होंने सबकी अच्छी तरह से धुलाई की। स्टार्क के तीसरे ओवर में तो विलियम्सन ने 22 रन जड़ दिए। अपनी पारी में विलियम्सन ने 48 गेंद पर 10 चौके और 3 छक्के की मदद से 85 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 177.08 का था।
16वें ओवर ओवर में कीवी कप्तान ने बवाल मचा दिया
स्टार्क के 16वें ओवर में विलियम्सन ने स्टार्क की पहली दो गेंदों पर लगातार दो चौके लगाए और तीसरी गेंद पर उनके बल्ले से शानदार छक्का देखने को मिला। केन यही नहीं रुके और आखिरी दो गेंदों पर भी चौके लगाए। कीवी कप्तान ने तेजी से रन बनाते हुए मैच में और टीम की धीमी पारी में जान फूंक दी।
कप्तान की धमाकेदार पारी भी टीम को जीत नहीं दिला पाई
विलियम्सन की कमाल की पारी भी न्यूजीलैंड को चैंपियन नहीं बना पाई। वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से हराकर T-20 विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया। NZ ने फाइनल में अब तक का सबसे बड़ा 172/4 का स्कोर बनाया। केन विलियम्सन (85) टॉप स्कोरर रहे, जबकि AUS के लिए जोश हेजलवुड के खाते में 3 विकेट आए।
173 रनों के टारगेट को फिंच एंड कंपनी ने 18.5 ओवर के खेल में 2 विकेट के नुकसान पर बहुत ही आसानी से अपने नाम कर लिया। जीत में डेविड वार्नर (53) और मिचेल मार्श (77)* रनों की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया 14 साल के टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली बार चैंपियन बना।
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