करीब दो माह के बाद यूक्रेन ने दुनिया को सुखद खबर दी है। उसकी नेशनल फुटबॉल टीम ने रूसी हमले के बाद कोई मुकाबला जीता है। उसने बुधवार को खेले गए एक दोस्ताना मुकाबले में जर्मन क्लब बोरोसिया म्योंचेनग्लाडबाख को 2-1 से हराया। यह एक चैरिटी मुकाबला था, जो रूस-यूक्रेन युद्ध के पीड़ितों की सहायता के लिए खेला गया था। यह यूक्रेन की रूस के साथ युद्ध के बाद पहली जीत है। यह मुकाबला बोरोसिया पार्क स्टेडियम में खेला गया।
रूसी हमले के 77 दिन बाद बुधवार को यूक्रेन की फुटबॉल टीम खेलने उतरी तो उसका हौसला बढ़ाने के लिए हजारों दर्शक यूक्रेनी झंडे के साथ स्टेडियम में मौजूद थे। इनमें से कई के हाथों में यूक्रेनी खिलाड़ियों और उनके देश के सपोर्ट में लिखे संदेश के पोस्टर थे। संघर्ष पीड़ितों की मदद के लिए फंड एकत्रित करने के लिए आयोजित इस मुकाबले पर यूक्रेन के पूर्व इंटरनेशनल खिलाड़ी एंड्री वरोनिन ने एक जर्मन चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि यह मुकाबला हमारी टीम और देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण था। हम महसूस कर रहे हैं कि हम अकेले नहीं हैं, पूरी दुनिया हमारे पीछे खड़ी है।
वर्ल्ड कप की तैयारी के लिहाज से अहम
यह मुकाबला यूक्रेन की वर्ल्ड कप की तैयारी के हिसाब से अहम मना जा रहा है। यूक्रेन को 1 जून को स्कॉटलैंड से फीफा वर्ल्ड कप प्ले ऑफ का सेमीफाइनल मुकाबला खेलना है। इस मुकाबले को जीतने वाली टीम चार दिन बाद कतर में होने वाले वर्ल्ड कप में जगह बनाने के लिए वेल्स का सामना करेगी।
महज एक हफ्ते ट्रेनिंग की
यूक्रेन की टीम ने महज एक हफ्ते ट्रेनिंग की है। पिछले सप्ताह टीम के कोच ऑलेक्ज़ेंडर पेट्राकोव ने यूक्रेनी क्लबों के 23 खिलाड़ियों को ज़ुब्लज़ाना के पास स्लोवेनिया एफए के ट्रेनिंग सेंटर में तैयारी शुरू करने के लिए एकत्रित किया था।
यूक्रेनी नागरिकों को फ्री एंट्री
मुकाबले में यूक्रेनी नागरिकों को फ्री एंट्री दी गई। इस मुकाबले को देखने करीब 20 हजार दर्शक आए थे। इसमें से एकत्रित राशि को संघर्ष से प्रभावित लोगों प्रदान की जाएगी।
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