ओडिशा में चल रहे पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप में गजब का रोमांच दिख रहा है। डिफेंडिंग चैम्पियन बेल्जियम सहित ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड्स, जर्मनी, अर्जेंटीना के साथ भारत भी टाइटल के लिए दावेदारी पेश कर रही है। मौजूद वर्ल्ड कप में सबसे मजबूत टीम ऑस्ट्रेलिया पुरानी स्ट्रैटजी फिटनेस और आक्रामकता के साथ खेल में आगे बढ़ रही है। वहीं, भारतीय टीम संतुलित खेल दिखा रही है। इस बीच, जर्मनी की बात करें तो वह बॉल कंट्रोल के साथ लॉन्ग पासेस के साथ अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। तीन बार की चैम्पियन नीदरलैंड्स की टीम में पिछले कुछ सालों में फिटनेस की कमी दिख रही है, लेकिन उसके बावजूद टीम लगातार अच्छा कर रही है। बेल्जियम अपनी प्लानिंग के साथ आगे लगातार बढ़ रही है। मौजूदा वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, नीदरलैंड्स अपने-अपने ग्रुप में टॉप पर हैं, जबकि भारत, जर्मनी और अर्जेंटीना दूसरे नंबर पर हैं। जानते हैं टूर्नामेंट में टीमें कैसा खेल दिखा रही हैं...
भारतीय टीम-पिछले चार-पांच मैचों को अगर देखा जाए तो भारत भी संतुलन के साथ अटैकिंग खेल रही है। मौजूदा टूर्नामेंट में भारत को ऑस्ट्रेलिया से थोड़ा संभल कर खेलना होगा। इसके अलावा अन्य टीमों को टक्कर देने में सफल रहेगी। हालांकि, भारत को पेनल्टी कॉर्नर और स्ट्रोक को मिस नहीं करना चाहिए। इसके अलावा टीम के खिलाड़ियों को इंजरी से भी बचना होगा। ऑस्ट्रेलिया को ज्यादा गोल करने से रोकना होगा।
ऑस्ट्रेलिया- ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अपनी पुरानी रणनीति के साथ वर्ल्ड कप में आगे बढ़ रहे है। टीम ने फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अटैकिंग खेल दिखाया है। ऑस्ट्रेलिया के पास किसी भी टीम के खिलाफ बड़ी संख्या में गोल करने की क्षमता है। मौजूदा वर्ल्ड कप में फ्रांस के खिलाफ टीम ने 8 गोल दागे थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम की स्पीड अन्य टीमों से 10 मिनट फास्ट भी है। ऑस्ट्रेलिया दो मैच में 11 गोल कर चुकी और सिर्फ तीन गोल खाए हैं।
जर्मनी- जर्मनी भी ऑस्ट्रेलिया की तरह अपनी पुरानी स्ट्रैटजी के साथ वर्ल्ड कप में आगे बढ़ रही है। टीम बॉल को कब्जे में बनाए रखने में माहिर है। पूरे मैच के दौरान टीम कम से कम 70 से 75 फीसदी समय तक गेंद अपने पास रखती है। इसके अलावा टीम को लॉन्ग पासेस देकर गेम विरोधी के खिलाफ करने में महारत हासिल है। मैच के दौरान विरोधी टीमों के खिलाड़ियों को बॉल लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
नीदरलैंड्स- तीन बार की चैम्पियन नीदरलैंड्स का टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन जारी है। मौजूदा वर्ल्ड कप में मलेशिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में जीत हासिल की है। उसके खिलाफ एक भी गोल नहीं हुआ और टीम 8 गोल कर चुकी है, लेकिन खिलाड़ियों की फिटनेस प्रदर्शन पर असर डाल सकती है। पिछले पांच सालों की बात करें तो खिलाड़ियों की फिटनेस का स्तर पहले की तुलना में थोड़ा खराब हुआ है।
बेल्जियम- बेल्जियम का चैम्पियन वाला प्रदर्शन जारी है। टीम के पास क्षमता है कि वे ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड्स सहित किसी भी बड़ी टीम को हरा सकती है। टीम मैदान पर ही स्थिति के हिसाब से प्रदर्शन करती है और दूसरी टीम को गलती करने पर मजबूर कर देती है। टीम पेनल्टी कॉर्नर या स्ट्रोक कभी मिस नहीं करती। पिछले कुछ सालों में टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन में काफी बदलाव आया है। इसका असर मैदान पर देखने को भी मिल रहा है।
भारत का आज वेल्स से सामना, थोड़ा प्रयोग कर सकती है टीम
भारतीय टीम का गुरुवार को वेल्स से सामना होगा। टीम शानदार फॉर्म में है और उसके खिलाफ एक भी गोल नहीं हुआ है। दो बार के ओलिंपियन जगबीर सिंह डिफेंस को मौजूदा टीम की ताकत मानते हैं। उनका मानना है कि वेल्स के साथ मैच में टीम अटैक में भी बेहतर करेगी। जगबीर कहते हैं, "वर्ल्ड कप में अधिकतर टीमों ने दबाव में शुरुआत की, लेकिन भारतीय टीम काफी जोश में खेली है। टीम का डिफेंस काफी मजबूत है और टीम ने इस पर काम किया है। डिफेंस में हमने गोलकीपर रोटेशन भी अच्छे से की है। ऐसे में दूसरी टीमें आपके खिलाफ रणनीति नहीं बना पातीं। हार्दिक टीम के अहम सदस्य हैं और उसके न होने से टीम को नुकसान जरूर होगा। मैच वेल्स के खिलाफ है तो टीम थोड़ा प्रयोग कर सकती है।'
वर्ल्ड कप से पहले कप्तान बदले जाने पर जगबीर ने कहा कि ये कोच की सोच है और हमें इसे सम्मान देना चाहिए। हरमनप्रीत और मनप्रीत दोनों ने काफी गेम एक साथ खेला है और ये बेहद जरूरी है। मनप्रीत अपना योगदान वर्ल्ड कप में दे रहे हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.