टी-20 वर्ल्ड कप के सबसे अहम मुकाबले का दिन आ गया है। दुबई क्रिकेट स्टेडियम में आज जब टीम इंडिया का सामना पाकिस्तान के साथ शुरू होगा तो उससे पहले कुछ सवाल हर क्रिकेट फैन के दिमाग में होंगे।
मसलन कि मैच में कितना स्कोर बनेगा, टॉस जीतकर बैटिंग करना अहम होगा या पहले बॉलिंग करना फायदेमंद साबित होगा और कौन सी टीम जीतेगी। यदि UAE के मैदानों पर हाल ही में खेले गए IPL 2021 से अंदाजा लगाने की कोशिश करें तो इन सवालों का जवाब खुद ही मिल जाता है।
दुबई में बन सकता है 150 से 170 के बीच का स्कोर
IPL 2021 के दौरान दुबई क्रिकेट स्टेडियम में 13 मैच खेले गए थे। इन मैचों में से केवल 4 मुकाबले ऐसे रहे, जिनमें दोनों ही टीमों ने 140 से नीचे का स्कोर बनाया था, जबकि बाकी 9 मैच में टीमों के स्कोर 145 रन से ऊपर के रहे थे।
इन मैचों में सबसे बड़ा स्कोर 192 रन का रहा, जो महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स ने फाइनल मैच में बनाया था। सबसे छोटा स्कोर 111 रन का था, जिस पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ मुंबई इंडियंस ढेर हो गई थी।
इस दौरान 7 मैच में कम से कम एक टीम ने 150 से 175 के बीच का स्कोर बनाया था। इनमें भी 5 मुकाबलों में दोनों टीम ने 150 से 170 के बीच का स्कोर बनाया। इस हिसाब से देखा जाए तो भारत-पाकिस्तान के बीच मैच में भी 150 से 170 रन के बीच का स्कोर बनने की संभावना बन रही है।
टॉस जीतकर गेंदबाजी करना सबसे अहम
दुबई स्टेडियम में टॉस जीतने से भी ज्यादा अहम है कि आप उसके बाद क्या फैसला करते हैं। यदि IPL 2021 के मैचों का रिकॉर्ड देखा जाए तो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने से ज्यादा अहम गेंदबाजी करने का फैसला रहा है।
IPL 2021 में यहां खेले गए 13 मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने वाली टीमों ने 6 बार मुकाबला जीता, जबकि महज 2 बार ऐसी टीम को हार का सामना करना पड़ा। इन दो मौकों में से भी एक फाइनल मैच रहा, जहां धोनी की टीम चेन्नई ने एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी खेल दिखाकर सारा नजारा बदल दिया।
टीम में तेज गेंदबाजों को रखना फायदेमंद
भले ही भारत और पाकिस्तान की टीमें तेज गेंदबाजों के साथ ही स्पिनरों पर भरोसा करती हैं, लेकिन दुबई स्टेडियम का रिकॉर्ड यहां फाइनल इलेवन में तेज गेंदबाजों पर ही भरोसा करने की सलाह देता है। IPL 2020 और IPL 2021 के हिसाब से देखा जाए तो यहां तेज गेंदबाजों ने 285 विकेट झटके हैं, जबकि स्पिनरों की पॉकेट में महज 130 विकेट ही आए हैं। इतना ही नहीं तेज गेंदबाजों का औसत जहां 27.12 का रहा है, वहीं स्पिनरों ने 31.29 के औसत से रन दिए हैं।
हालांकि कंजूसी के लिहाज से तेज गेंदबाजों पर स्पिनर भारी पड़े हैं। तेज गेंदबाजों का इकोनॉमी रेट 8.34 रन प्रति ओवर का रहा है, जबकि स्पिनरों ने 7.32 रन प्रति ओवर के इकोनॉमी रेट से गेंदबाजी की है।
स्पिनर्स के पास बराबरी का मौका
हालांकि टी-20 वर्ल्ड कप में सुपर-12 मुकाबलों के पहले ही दिन शनिवार को वेस्टइंडीज-इंग्लैंड के मैच ने यह भी दिखाया है कि यहां अच्छे स्पिनरों के लिए भी बराबर मौका होगा। इस मैच में गिरे 14 में से 8 विकेट स्पिनरों के नाम रहे।
इंग्लैंड के लेग स्पिनर आदिल राशिद ने महज 2 रन देकर वेस्टइंडीज के 4 विकेट चटकाए, जबकि ऑफ स्पिनर मोईन अली ने 2 विकेट लिए। विंडीज के लिए लेफ्ट आर्म स्पिनर आकिल हुसैन ने 2 विकेट लिए।
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