टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ी नॉन ब्रांडेड किट में उतरेंगे। भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन ने चीन की कंपनी ली निंग के किट को हटाने का फैसला किया है। अभी किसी दूसरी कंपनी से समझौता नहीं किया गया है। IOA ने हाल ही में 23 जुलाई से होने वाले ओलिंपिक गेम्स के लिए ली निंग का किट लॉन्च किया था। चीन के साथ हाल-फिलहाल भारत के खराब संबंध को देखते हुए IOA के इस फैसले की काफी आलोचना हुई।
खेल मंत्रालय की ओर से भी IOA को यह सुझाव दिया गया कि चीनी कंपनी को छोड़ देना चाहिए। IOA अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा और राजीव मेहता ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि फैंस और देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए IOA ने टोक्यो ओलिंपिक गेम्स में चीनी कंपनी का किट नहीं पहनने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी नॉन ब्रांडेड किट पहनकर ओलिंपिक में उतरेंगे।
खिलाड़ियों को ट्रेनिंग पर करना चाहिए फोकस
बत्रा और मेहता ने कहा कि हम चाहते हैं कि खिलाड़ी किट के ब्रांड को लेकर न उलझें और वे अपनी तैयारियों पर ही फोकस करें। पिछले साल एक साल से कोरोना की वजह खिलाड़ियों की ट्रेनिंग भी प्रभावित हुई है और खिलाड़ियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। हम चाहते हैं कि खिलाड़ी इस सभी से विचलित न हों और अपनी तैयारी पर पूरा फोकस करें।
'खिलाड़ियों को वैक्सीनेशन लगवाना हमारी जिम्मेदारी'
वैक्सीनेशन को लेकर बत्रा ने कहा कि इस कोरोना के समय में हमें किसी भी चीज का अंदाजा नहीं है। प्लेयर फाइनल में पहुंचकर भी पॉजिटिव आ सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने एथलीट्स को कोरोना का टीका लगवाएं और हमने ऐसा किया भी है। हमने इसके लिए किसी भी एथलीट पर दबाव नहीं डाला है।
अब तक 50 से ज्यादा एथलीट्स को दूसरा डोज लगा
बत्रा ने कहा कि अब तक 120 एथलीट्स और 27 पैरा एथलीट्स को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। वहीं, 58 एथलीट्स और 4 पैरा एथलीट्स को टीके का दूसरा डोज लग चुका है। 114 कोच और सपोर्ट स्टाफ ने भी वैक्सीन की पहली डोज ले ली है, जबकि, 37 को दूसरी डोज भी लग चुकी है।
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