पूंडरी शहर में आये दिन गोवंश की वजह से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। गोवंश मुख्य बाजार व कैथल-करनाल मुख्य मार्ग के बीचोंबीच बैठा रहता है। आपस भीड़ जाने और अचानक वाहन चालकों के आगे आ जाने से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
कई बार शहरवासियों की मांग पर इन्हें नगरपालिका द्वारा पकड़कर गोशाला मेें भी छोड़ा जाता है, लेकिन आसपास के ग्रामीण रात में शहर में गोवंश को छोड़ जाते हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासनिक व कमेटी अधिकारियों को भी अवगत करवाया है। दुकानदार काका राम, राजेश कुमार, कलतार सिंह, नरसीराम, सुभाष सिंह, बलीसिंह व सोनू ने बताया कि कई बार तो आपस में लड़ते हुए दुकानों के बाहर रखे समान को तोड़ देते हैं और वाहन चालकों से टक्करा जाते हैं जिससे कई लोग जख्मी भी हुए हैं। सरकार व जनता के सहयोग से गऊ संरक्षण के लिए भरसक प्रयास भी किए जाते हैं। पूंडरी व फतेहपुर में गोशालाएं भी बनाई गई हैं, लेकिन फिर सैकड़ों की संख्या में गोवंश सड़कों पर घूमता दिखाई देता है। शहर में दो दिनों से रात में बाहरी लोग काफी संख्या में गोवंश को छोड़ गए हैं जिसका बढ़ने का कारण भी वे किसान है जो गाय पालने के बाद उसका दूध पीने के बाद सड़कों पर छोड़ देते हैं।
जय श्री राम आदर्श गोशाला के प्रबंधक समिति के वरिष्ठ सदस्य रामप्रकाश गोगी ने बताया कि गोशाला में 750 गायों की कैपेसिटी है, लेकिन गोशाला में इस समय लगभग 1500 गोवंश है। मौजूदा हालत ये है कि गोवंश के लिए चारे के भी लाले पड़े हुए हैं। गोशाला आर्थिक रूप से बहुत नुकसान में चल रही है, इस समय गोशाला पर लगभग 30 लाख रुपए कर्ज चढ़ा हुआ है।
इसके बावजूद वे चार बार शहर से गोवंश को पकड़कर गोशाला में छोड़ चुके हैं लेकिन रात में बाहर से लोग गोवंश को शहर में छोड़ जाते हैं। गोशाला में जरूरत से भी अधिक गाय हैं लेकिन फिर भी उनका प्रयास रहता है कि गायों को भरपूर चारा मिले।
पूंडरी | मुख्य बाजार की सड़क के बीच खड़ा गोवंश।