प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान मंजूर करने में हुए फर्जीवाड़े की एसडीएम सुरजीत नैन ने शुक्रवार को घर-घर जाकर निरीक्षण की। जिसमें योजना का ऐसे लोगों को फायदा दे दिया गया जो पहले से ही साधन संपन्न है। जांच प्रक्रिया के दौरान योजना में जो मकान बनाने के लिए स्वीकृत किए गए हैं उन्हें देखकर एसडीएम भी हैरान रह गए। क्योंकि उक्त मकान पक्के जैसे थे। मामले को लेकर उपरोक्त प्राइवेट कंपनी के कारिंदो को भी फटकार लगाई। जिन्होंने जिओ ट्रैकिंग के दौरान लोगों का चयन किया था। नगरपालिका के 13 पार्षदों ने 2 महीने पहले कंपनी के ठेकेदार पर योजना के तहत प्रति मकान की स्वीकृति देने की एवज में 50 हजार रूपये तक वसूलने के आरोप लगाए थे। डीसी ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की थी। कमेटी के अध्यक्ष एसडीएम सुरजीत सिह नैन के नेतृत्व में शुक्रवार को लगभग 12 मकानों की जांच की जो सभी योजना में शामिल होने के पात्र नहीं है। जिसकी रिपोर्ट तैयार करके एसडीएम ने डीसी को सौंप दी है।