अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने वाले तालिबान को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने आतंकवादी समूह घोषित कर दिया गया है। मार्क जुकरबर्ग की कंपनी फेसबुक ने अपने प्लेटफॉर्म पर तालिबन को आतंकवादी ग्रुप बताया है। इसके अलावा फेसबुक ने तालिबन के कंटेंट को भी प्रतिबंध लगा दिया है। फेसबुक ने यह फैसला तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा किए जाने के बाद लिया है।
फेसबुक तालिबान को प्रमोट करने वाले कंटेंट को भी तेजी से अपने प्लेटफॉर्म से हटा रहा है। फेसबुक इंक के एक एग्जीक्यूटिव ने यह भी कहा है कि कंपनी अपने प्लेटफॉर्म से सक्रिय रूप से तालिबान को प्रमोट करने वाले कंटेंट को तेजी से हटाने का काम कर रही है।
फेसबुक ने तालिबान पर लगाया बैन
फेसबुक के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी अफगानिस्तान की स्थिति को करीब से मॉनीटर कर रही है। इस संगठन से जुड़े सभी अकाउंट पर एक्शन लिया जाएगा। अफगान एक्सपर्ट्स की विशेष टीम ऑनलाइन कंटेंट की निगरानी के लिए लगाई गई है। कंपनी ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले सभी अकाउंट्स को बंद कर दिया जाएगा।
वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम पर भी बैन
तालिबान के खिलाफ कंपनी के यह नियम इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप प्लेटफार्म पर भी लागू होंगे। हालांकि, बैन के बावजूद तालिबान अफगानी लोगों से बातचीत के लिए इनक्रिप्टेड मैसेजिंग सर्विस वॉट्सऐप का यूज कर रहा है। इंस्टाग्राम के हेड एडम मोसेरी ने ब्लूमबर्ग टेलीविजन के एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि तालिबान कंपनी की खतरनाक संगठनों की सूची में है और इसलिए समूह को बढ़ावा देने या उसका प्रतिनिधित्व करने वाली किसी भी सामग्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ट्विटर पर मौजूद तालिबानी संगठन
ट्विटर पर तालिबान प्रवक्ताओं के अकाउंट्स मौजूद हैं। जिस पर देश में कब्जे के दौरान बहुत सारे अपडेट ट्वीट किए गए। इन अकाउंट्स के फॉलोअर्स की संख्या लाखों में है। तालिबान द्वारा प्लेटफॉर्म के उपयोग के बारे में पूछे जाने पर ट्विटर ने बताया कि कंपनी की पॉलिसी हिंसा फैलाने वाले संगठनों के खिलाफ है। लेकिन तालिबान प्रवक्ताओं के अकाउंट्स मौजूद होना ट्विटर के नियमों पर सवाल खड़ा करता है।
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