मारुति सुजुकी की पैरेंट कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन (SMC) ने अपने 2030 तक के लॉन्ग-टर्म प्लान शेयर किए हैं। इसमें कंपनी ने बताया कि आने वाले समय में उसका फोकस ग्रीन एनर्जी पर रहेगा। इसके तहत अब वह अपनी कारों को गाय के गोबर से बने बायो गैस पर चलाने की तैयार कर रही है। साथ ही भारतीय कार मार्केट में अपनी 6 इलेक्ट्रिक व्हीकल उतारेगी।
SMC का कहना है कि हम अलग-अलग देशों की सरकार के निर्धारित लक्ष्य के आधार पर साल 2070 तक कार्बन न्यूट्रलिटी हासिल करने पर काम कर रहे हैं। इसके लिए जापान-यूरोप में 2050 और भारत में 2070 तक के टारगेट सेट किए हैं। कार्बन न्यूट्रल पोर्टफोलियो को हासिल करने के लिए कंपनी 4.5 ट्रिलियन येन (लगभग 2.82 लाख करोड़ रुपए) का निवेश करेगी। कंपनी का 4.39 लाख करोड़ रुपए के टर्नओवर का लक्ष्य है।
2024 में आएगी पहली इलेक्ट्रिक कार
SMC ने टोयोटा-सुजुकी साझेदारी के तहत 6 इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने की योजना बनाई है। 2024 में वह अपनी पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी भारत में लॉन्च कर देगी। इसके बाद 2030 तक अगली 5 कारों को भारतीय बाजार में उतारा जाएगा।
हालांकि मारुति ने अभी किसी गाड़ी के नाम का खुलासा नहीं किया है, लेकिन हर इलेक्ट्रिक कार के सिल्हाउट टीजर जारी किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मारुति की ईवी लाइनअप में वैगनआर, बलेनो, जिम्नी, फ्रॉन्क्स और ग्रैंड विटारा के इलेक्ट्रिक वैरिएंट हो सकते हैं। कंपनी ने हाल ही में हुए ऑटो एक्सपो के दौरान अपनी पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी EVX को अनवील किया था।
2024 में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर लेकर आएगा सुजुकी
कंपनी मिड-साइज इलेक्ट्रिक बाइक पर भी काम कर रही है। इसे वित्त वर्ष 2024 में पेश किया जाएगा। सुजुकी के 2030 तक के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर पोर्टपोलियो लाइन अप में 8 गाड़ियां शामिल हैं। कंपनी इस दौरान 25% बैटरी ईवी और 75% इंटरनल कंब्शन इंजन पर बेस्ड टू-व्हीलर बनाएगी।
इन टू-व्हीलर्स को भारतीय बाजार में उतारे जाने पर अभी संशय है। कंपनी बाइकों के लिए कार्बन न्यूट्रलिटी फ्यूल अपनाने पर काम कर रही है। ऑटो एक्सपो 2023 में वह अपनी फ्लेक्स फ्यूल पर चलने वाली बाइक जिक्सर को पेश कर चुकी है।
गाय के गोबर से बने बायो फ्यूल से चलेंगी मारुति की कारें
अब जल्द ही मारुति की कारें गाय के गोबर से बने बायो गैस पर चलती दिखेंगी। इसके लिए कंपनी ने एशिया की सबसे बड़े डेयरी निर्माता बनास डेयरी के साथ एक डील साइन की है। इसके अलावा जापान की फुजीसान असागिरी बायोमास एलएलसी (FAB LLC) में भी इन्वेस्टमेंट किया है।
ये कंपनी गाय के गोबर से बने बायो गैस से बिजली बनाती है और मार्च 2023 तक बिजली की बिक्री शुरू कर देगी। कंपनी ने इस बार ऑटो एक्सपो में वेगनआर के नए फ्लेक्स फ्यूल मॉडल को पेश किया था।
CO2 उत्सर्जन से निपटना चाहती है कंपनी
कंपनी व्हीकल से निकलने वाली CO2 उत्सर्जन से निपटना चाहती है। सुजुकी न केवल भारत के लिए बायोगैस और CNG ऑटोमोटिव सोल्यूशन डेवलप करने के बारे में सोच रही है, बल्कि भविष्य में अफ्रीका, आसियान और जापान सहित कई देशों में व्यापार निर्यात करने की योजना बना रही है।
बायो गैस का उत्पादन एक बड़ा सेक्टर बन सकता है
बायो गैस उर्जा का एक बेहतर और किफायती स्त्रोत है। भारत में मवेशियों की संख्या विश्व में सर्वाधिक है। इसलिए बायो गैस का उत्पादन एक बड़ा सेक्टर बन सकता है। बायो गैस (मीथेन या गोबर गैस) मवेशियों के गोबर के फर्मंटेंशन से प्राप्त की जाती है।
मारुति सुजुकी ने अपनी रिपोर्ट में बताया गया कि 10 गाय एक दिन में जितना गोबर करती हैं। उससे तैयार बायो गैस एक कार के लिए हर दिन की ड्राइव के लिए काफी है। कंपनी का कहना है कि भारत के सीएनजी कार मार्केट में सुजुकी की 70% हिस्सेदारी है।
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