पबजी मोबाइल का रिब्रांडेड वर्जन BGMI (बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया) क्रफ्टॉन के इस गेम को गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर से हटा दिया गया है। रिपोर्ट्स की मानें तो सरकार के एक आदेश के बाद इस गेम को दोनों प्लेटफॉर्म्स ने रिमूव किया है।
इसके पीछे की वजह कुछ दिनों पहले 16 साल के लड़के का अपनी मां की हत्या 'PUBG जैसे ऑनलाइन गेम' की वजह से करना बताया जा रहा है। यह मामला संसद तक पहुंचा, जहां सरकार ने बताया कि गृह मंत्रालय इसकी जांच कर रहा है। सरकार ने बताया कि कुछ बैन ऐप्स नाम बदलकर एक बार फिर भारतीय बाजार में आ गए हैं।
गेम से क्राइम को मिला बढ़ावा
गृह मंत्रालय इसकी जांच कर रहा है। पिछले हफ्ते राज्यसभा सांसद वी विजयसईं रेड्डी ने इस पर सवाल किया था। उन्होंने पूछा था कि क्या IT मिनिस्ट्री PUBG जैसे गेम्स के खिलाफ कोई कार्रवाई कर रही है, जिसकी वजह से जब उन्हें गेम खेलने से रोका जाता है तो कुछ बच्चे अपराध करने लगते हैं।
सितंबर 2020 में पबजी बैन के बाद BGMI को भारत में 2021 में लॉन्च किया गया था। एक साल के अंदर के ही इसने डाउनलोड के मामले में 10 लाख डाउनलोड होने का रिकार्ड बनाया था।
क्या है क्रफ्टॉन का कहना?
इस मामले में क्रफ्टॉन के स्पोकपर्सन ने कहा है कि वह स्पष्ट कर रहे हैं कि कैसे BGMI को गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से रिमूव किया गया है। जवाब मिलने के बाद वह आगे की जानकारी देंगे। वहीं गूगल का कहना है कि उन्होंने गेम रिमूव करने से पहले क्रफ्टॉन को जानकारी दी थी।
भारत में निवेश 140 मिलियन डॉलर्स इन्वेस्ट करने का था प्लान
BGMI भी उसी क्रफ्टॉन इंक नाम की कंपनी के तहत आता है जिसके तहत पबजी मोबाइल आता है। दिलचस्प ये है कि हाल ही में साउथ कोरियन कंपनी Krafton ने कहा है कि कंपनी ने भारत में अब तक 100 मिलियन डॉलर्स से भी ज्यादा का निवेश किया है। आने वाले कुछ समय में कंपनी का भारत में निवेश 140 मिलियन डॉलर्स तक हो जाएगा।
भारत में ये कंपनी सिर्फ गेमिंग सेक्टर में ही नहीं, बल्कि दूसरे सेक्टर्स में भी हाथ आजमाना चाहती है। BGMI के ज्यादातर फीचर्स भी पबजी मोबाइल जैसे ही हैं। कुछ मैप्स भी पबजी मोबाइल वाले ही हैं। पबजी मोबाइल के गैप को भारत में इस गेम ने अच्छी तरह से फिल किया है। दरअसल साउथ कोरियन कंपनी क्रफ्टॉन इंक के ही ये दोनो गेम्स हैं।
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