कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने गुरुवार को गूगल पर 1337.76 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगा दी है। एंड्रॉइड मोबाइल डिवाइस से जुड़ीं एंटी-कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिस करने के चलते अल्फाबेट के गूगल पर जुर्माना लगाया गया।
जुर्माना लगाने के साथ ही CCI ने गूगल से अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही कहा कि गूगल जल्द से जल्द अपनी सर्विस अपडेट करे।
दो साल से जारी थी जांच
गूगल के खिलाफ CCI की जांच पिछले 2 सालों से जारी है। इन्वेस्टिगेशन कमिटी ने गूगल पर एंटी-कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिस करने, अनफेयर बिजनेस करने और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम में गड़बड़ी करने के आरोप भी लगाए थे।
दो साल की जांच में CCI ने गूगल इंडिया को मार्केट में अपना एकतरफा दबदबा बनाने का दोषी पाया। गूगल दबाव बनाकर कॉम्पिटिशन और इनोवेशन को भी कम कर रहा था। गूगल सर्च रिजल्ट, म्यूजिक, ब्राउजर, ऐप लाइब्रेरी और बाकी सर्विसेस में कई तरह की गड़बड़ी कर रहा था।
मोबाइल में प्री-इंस्टॉल रहते हैं गूगल ऐप्स
CCI ने आरोप लगाए कि गूगल मोबाइल फोन और ऐप मेकर्स पर वन-साइडेड कॉन्ट्रैक्ट का दबाव बनाता था। इससे किसी भी नए मोबाइल में पहले से गूगल के ऐप्स इंस्टॉल रहते हैं। उन्हें अन-इंस्टॉल भी नहीं किया जा सकता।
इससे यूजर्स को मजबूरी में गूगल ऐप्स का इस्तेमाल करना पड़ता। इसी से गूगल ऐप्स का यूज टाइम बढ़ता और बाकी ऐप्स को नुकसान पहुंचने लगा।
अमेरिका में भी हुआ केस
रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका के टेक्सास में भी गूगल पर लाखों यूजर्स का बायोमेट्रिक डाटा कलेक्ट करने के आरोप लगे। इसके लिए गूगल यूजर्स की परमिशन भी नहीं ले रहा था।
एक ही दिन में दूसरा बड़ा जुर्माना
CCI ने गूगल से पहले गुरुवार को ऑनलाइन ट्रैवल सर्विस मेक माय ट्रिप-गोआईबीबो और हॉस्पिटैलिटी सर्विस OYO पर जुर्माना लगाया था। OYO पर 168.88 करोड़ रुपए और MMT-go पर 223.48 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा था।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.