दिल्ली. पुणे की एक महिला अपने मृत बेटे के सीमन का इस्तेमाल करके दादी बनी है। उन्होंने अपनी एक रिश्तेदार को सरोगेसी के लिए राजी किया। जिसकी कोख से 12 फरवरी को जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ है। इनमें से एक बेटा और एक बेटी है। 48 साल की राजश्री पाटिल के बेटे की 2 साल पहले जर्मनी में कैंसर से मौत हो गई थी।
ठीक नहीं हुआ तो बेटे को भारत ले आए
- राजश्री पाटिल पेशे से टीचर हैं। उनका बेटा प्रथमेश पाटिल 2010 में जर्मनी में पढ़ाई करने गया था। कुछ समय बाद पता चला कि उसे ब्रेन कैंसर है। यह फोर्थ स्टेज में पहुंच चुका था।
- डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन आराम नहीं हुआ तो, उसे वापस भारत ले जाने की सलाह दी गई।
- 2013 में प्रथमेश को भारत लाया गया। मुंबई में उसका इलाज होता रहा। आखिरकार सितंबर 2016 में उसकी मौत हो गई।
वंश बढ़ाने के लिए प्रिजर्व करवाया था सीमन
- प्रथवेश का कोई भाई नहीं था। उसका परिवार चाहता था कि उनका वंश ना रुके। ऐसे में उसने जर्मनी के डॉक्टरों की सलाह पर वंश बढ़ाने के लिए अपना सीमन पहले ही प्रिजर्व करवा दिया था।
मां-बहन को दिया फैसले का हक
- 27 साल के प्रथमेश की शादी नहीं हुई थी। ऐसे में उसने इस सीमन के इस्तेमाल का फैसला करने के लिए अपनी मां और बहन को नॉमिनेट किया था