फ्लाइट में साथ बैठेगा 7 किलो का टॉमी:15 अक्टूबर से होगी अकासा एयर की बुकिंग

8 महीने पहलेलेखक: अलिशा सिन्हा
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पेट पेरेंट्स अपने बच्चे यानी पालतू को अपने साथ अकासा एयर (Akasa Air) से ट्रैवल करवा सकते हैं। कंपनी के मैनेजमेंट ने फ्लाइट के केबिन को पेट्स के लिए खोल दिया है। आज जरूरत की खबर में इससे जुड़ी सारी जानकारी देंगे...

सवाल- कब से पेट्स को अकासा एयर की फ्लाइट में ले जा सकते हैं, इसकी बुकिंग कब से शुरू होगी?

जवाब- पालतू जानवरों के साथ सफर करने के लिए 15 अक्टूबर 2022 से टिकट बुकिंग शुरू हो जाएगी। 1 नवंबर से आप अपने पालतू कुत्ते या बिल्ली के साथ हवाई सफर का मजा ले सकते हैं।

अकासा एयरलाइन में पालतू जानवरों से जुड़ी डिटेल जानने के लिए हमने कस्टमर केयर नंबर पर भी कॉल किया, जहां से हमें कुछ जरूरी बातें जानने को मिली।

सवाल- अकासा में कौन-कौन से पालतू जानवरों को ले जाने की छूट दी गई है?
जवाब-
कुत्ते और बिल्ली, यानी डॉग और कैट।

सवाल- एक फ्लाइट में कितने पालतू यानी पेट्स जा सकते हैं?
जवाब-
एक फ्लाइट में 2 ही पेट्स जा सकते हैं। जैसे- एक कुत्ता और एक बिल्ली। (एक पूरी फ्लाइट में 2 पालतू )

सवाल- दोनों पालतू कैसे जाएंगे?
जवाब-
एक केबिन में जाएगा और दूसरा कार्गो में। जो पहले टिकट बुक करेगा, उस हिसाब से केबिन और कार्गो में पेट को ले जाने की सुविधा मिलेगी।

सवाल- पालतू जानवरों को ले जाने का एवरेज खर्च कितना आएगा, किसी उदाहरण से इसे समझा सकते हैं?
जवाब-
जी बिल्कुल। मान लीजिए दिवाली के बाद, यानी 28 या 29 तारीख को अकासा एयरलाइन में दिल्ली से अहमदाबाद की टिकट बुक करवा रहे हैं, तो आपकी यानी एक पैसेंजर की टिकट 10 हजार 450 रुपए की आएगी। इसके साथ आप केबिन में अपने डॉग को कैरी कर रहे हैं, तो एक्सट्रा 4 हजार रुपए देने होंगे। अगर डॉग कार्गो में जाएगा, तो 15 हजार रुपए एक्स्ट्रा देने होंगे।

सवाल- अकासा एयरलाइन में पालतू यानी पेट्स के वजन को लेकर क्या नियम है, थोड़ा डिटेल में बताएं?
जवाब-
अगर आपके पालतू जानवर का वजन 7 किलो है, तो उसे केबिन में ले जाने दिया जाएगा। अगर वजन 7 किलो से ज्यादा हो, तो उसे कार्गो में शिफ्ट कर दिया जाएगा और आपको कार्गो का चार्ज देना होगा।

सवाल- अकासा एयरलाइन से पहले क्या देश में फ्लाइट से पेट्स को ले जाने की सुविधा नहीं थी?
जवाब-
एअर इंडिया, जेट एयरवेज, स्पाइसजेट और विस्तारा पहले से ही पालतू जानवरों के साथ सफर की अनुमति देते हैं। अभी भी इंडिगो और एयर एशिया में ये सुविधा अवेलेबल नहीं है।

सवाल- इंटरनेशनल फ्लाइट्स यानी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में पालतू जानवरों को ले जाने के नियम क्या हैं?
एअर इंडिया की वेबसाइट के अनुसार-

  • अगर आप विदेशी यात्रा में अपने पेट को ले जाना चाहते हैं, तो आपको घरेलू उड़ान के सारे नियमों को फॉलो करना पड़ेगा।
  • इसके अलावा आप जिस देश जा रहे हैं, वहां से एडवांस में ही पालतू जानवर लाने की इजाजत लेनी होगी।
  • यह भी ध्यान रहे कि यह पॉलिसी एअर इंडिया की है। अगर आप किसी और एयरलाइन कंपनी की फ्लाइट से यात्रा करते हैं, तो वहां के नियम अलग हो सकते हैं।
  • हो सकता है कि वह अपनी फ्लाइट में पालतू जानवरों को लेकर यात्रा की अनुमति न देते हों।

सवाल- क्या पालतू जानवर का भी पासपोर्ट बनेगा और वीजा लगेगा?
जवाब-
नहीं। पालतू जानवर आपके साथ एक बैगेज की तरह जाएगा, इसके लिए आपको पहले ही दूसरे देश से इजाजत लेनी होगी। इजाजत के बाद आपको उस देश की तरफ से एक सर्टिफिकेट मिलेगा, वही आपके पेट को साथ रखने के लिए जरूरी होगा।

अब बात रेलवे की। क्योंकि भारतीय लोग सबसे ज्यादा रेलवे से सफर करते हैं, तो आखिर रेलवे ने पालतू जानवरों के लिए क्या नियम तय किए हैं। बहुत से लोगों को ये पता होगा और बहुत से लोगों को नहीं। इसलिए जिन्हें नहीं पता वो ये नियम जान लें-

सवाल- क्या ट्रेन में पालतू जानवरों को ले जाने की इजाजत है?
जवाब-
जी हां, भारतीय रेल में कुछ कोच पालतू जानवरों यानी पेट्स के लिए हैं। जिसमें उन्हें ले जाया जा सकता है।

सवाल- ट्रेन के किस कोच में पालतू जानवर यानी पेट्स को ले जाने की इजाजत नहीं है?
जवाब-
AC-टू टियर, AC-थ्री टियर, AC- चेयर कार, स्लीपर क्लास और सेकेंड क्लास में पालतू यानी पेट्स एनिमल को ले जाने की इजाजत नहीं है।

सवाल- क्या ट्रेन में भी पालतू जानवर यानी पेट के वजन को लेकर कोई नियम है?
जवाब-
जी हां, बिल्कुल है। अगर आपका पेट गार्ड के पास एनिमल बॉक्स में रहता है, तो 30 रुपए प्रति किलो ग्राम के हिसाब से चार्ज देना होगा। अगर वो AC-फर्स्ट में आपके साथ बैठकर जाता है, तो 60 रुपए प्रति किलो ग्राम के हिसाब से चार्ज लगाया जाएगा।

सवाल- मान लीजिए मैंने अपने पेट की बुकिंग नहीं की और ऐसे ही उसे अपने साथ ट्रेन में ले जाऊं, तो क्या होगा?
जवाब-
अगर ऐसा आपने किया और चेकिंग के दौरान पकड़े गए, तो आप पर भारी भरकम जुर्माना लगाया जा सकता है।

चलते-चलते

पेट्स को लेकर रेलवे के यह नियम भी जान लें

  • अगर आपको अपने पेट ट्रेन से कहीं ले जाना है, तो सबसे पहले पार्सल ऑफिस से संपर्क करना होगा।
  • पार्सल ऑफिस में उसके शेप और वजन के हिसाब से आपसे चार्ज लिया जाएगा और एक बुकिंग स्लिप दी जाएगी।
  • यही स्लिप उसकी टिकट होगी। पेट चाहे ट्रेन के कंपार्टमेंट में जाए या लगेज वैन में, पर उसके लिए इस स्लिप को साथ रखना यात्री के लिए जरूरी होगा।
  • रेलवे नियमों के अनुसार जानवरों के गुम होने, नुकसान, चोट लगने या फिर उनकी डिलीवरी न हो पाने पर इसके लिए भारतीय रेल जिम्मेदार नहीं होगा।

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