जरूरत से ज्यादा पानी पीने से Bruce Lee की मौत:आपने ऐसा किया तो दिमाग में होगी सूजन; कितना पानी पीना सही?

6 महीने पहलेलेखक: अलिशा सिन्हा
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मार्शल आर्ट लीजेंड ब्रूस ली की मौत पर कई थ्योरी हैं। अब हाल में एक नई स्टडी में दावा किया गया है कि ब्रूस ली की मौत किसी दवा से नहीं, बल्कि ज्यादा पानी पीने से हुई। क्लिनिकल किडनी जर्नल में छपी रिसर्च के मुताबिक, उनकी मौत हाइपोनाट्रेमिया से हुई थी।

हाइपोनाट्रेमिया क्या होता है?
यह एक ऐसी कंडीशन होती है, जिसमें खून में सोडियम की मात्रा बहुत कम हो जाती है। ऐसा तभी होता है, जब शरीर में पानी की मात्रा ज्यादा होने के कारण सोडियम उसमें घुलता है। इसकी वजह से दिमाग की सेल्स यानी कोशिकाओं में सूजन आ जाती है। इस सूजन को सेरिब्रल ओएडेमा कहते हैं।

कम पानी पीना सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचाता है। क्या वाकई ज्यादा पानी पीने से भी हेल्थ पर इतना बुरा असर पड़ता है। जानते हैं- डॉ. सुचिन बजाज (फाउंडर एंड डायरेक्टर ऑफ उजाला सिग्नस हॉस्पिटल)) डॉ. प्रदीप शाह, जनरल फिजिशियन (फोर्टिस हॉस्पिटल) से।

सवाल- पानी पीना हेल्थ के लिए अच्छा होता है यह हम हमेशा से सुनते आए हैं, आप इसके फायदे डिटेल में बता सकते हैं?
जवाब-
जी हां, पानी पीने से कई फायदे हैं लेकिन एक लिमिट तक। जैसे-

  • डाइजेशन सिस्टम अच्छा रहता है।
  • बॉडी टेम्प्रेचर नॉर्मल रखने में मदद मिलती है।
  • मांसपेशियां मजबूत बनती हैं।
  • कब्ज से राहत मिलती है।
  • वजन नहीं बढ़ता है बल्कि कम करने में मदद मिलती है।
  • बॉडी डिटॉक्सीफाई होती है।
  • अच्छी भूख लगती है।
  • इम्यूनिटी बढ़ती है।
  • शरीर में दिनभर एनर्जी बनी रहती है।
  • एजिंग और रिंकल कम करने में मदद मिलती है।
  • सोरायसिस और एक्जिमा जैसे स्किन प्रॉब्लम नहीं होते हैं।
  • पानी में मौजूद मिनरल्स से बेजान बाल अच्छे होते हैं।

सवाल- इतने सारे फायदे तो हमने जान लिए, फिर आपने क्यों कहा कि एक लिमिट में पीने से फायदा होता है। पानी ही तो है, इससे क्या नुकसान भी होता है?
जवाब-
अति सर्वत्र वर्जयेत। यही बात पानी ज्यादा पीने पर अप्लाई होती है। जब हम किसी भी चीज की अति करते हैं, तो उसका नुकसान होने लगता है। इसी तरह अगर आप हर दम या जरूरत से ज्यादा पानी पीते हैं, तो उससे आपको नुकसान भुगतना पड़ सकता है।

ऊपर लिखे नुकसान को थोड़ा डिटेल में समझिए-

वाटर प्वॉइजनिंग- जब ज्यादा पानी पीने की वजह से ब्रेन के फंक्शन में बाधा आती है तो इसे वाटर प्वॉइजनिंग कहते हैं। इसमें खून के अंदर पानी की मात्रा बढ़ जाती है।

सोडियम कम होना- अगर कोई व्यक्ति 10 लीटर पानी पी ले, तो सोडियम का लेवल ब्लड में बहुत कम हो जाता है। इसका ब्रेन में डायरेक्ट असर होता है। जिसकी वजह से कोई व्यक्ति कोमा में जा सकता है या उसकी मौत भी हो सकती है। मैराथन और ट्रायथलॉन में पार्टिसिपेट करने वाले लोगों में इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है।

सेल्युलर स्वेलिंग- अगर बॉडी में सोडियम बहुत कम हो जाता है, तो ब्रेन और बॉडी दोनों की कोशिकाओं में सूजन हो जाती है। जिसे सेल्युलर स्वेलिंग कहते हैं। ब्रेन की कोशिकाओं में सूजन आने पर व्यक्ति को भ्रम, उनींदापन, क्रैम्प, मांसपेशियों में कमजोरी और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या हो सकती है।

ओवरहाइड्रेशन- अगर आप जरूरत से ज्यादा पानी पीते हैं तो इससे आपको ओवरहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है, इसे ही वाटर इंटाक्सिकेशन भी कहते हैं। इसमें जी मिचलाना, उल्टी, सिर दर्द, किसी तरह का भ्रम, इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। अगर मामला गंभीर हो जाए, तो दौरा आना, कोमा में जाना या मौत का खतरा भी हो सकता है।

ज्यादा पानी पीने से मैराथन के बाद एक एथलीट हो गई थीं बेहोश
ब्रिटेन की एथलीट जोहाना पैकेनहैम ने साल 2018 में लंदन मैराथन में भाग लिया था। उस समय वहां गर्मी ज्यादा थी। इसलिए जोहाना ने मैराथन के पहले बहुत पानी पिया। जैसे ही मैराथन दौड़ खत्म हुई, उनकी दोस्तों ने उन्हें फिर पानी पिला दिया। इससे उनके शरीर में पानी ज्यादा हो गया और वो बेहोश हो गईं।

एयर एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल ले जाया गया। 1-2 दिन बाद वो होश में आईं। जोहाना के अनुसार, उनके फ्रेंड्स और जानने वाले मैराथन दौड़ के लिए एक ही सलाह देते थे- खूब सारा पानी पीते रहो। इस सलाह को उन्होंने फॉलो किया और उन्हें कभी इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि पानी इस कदर उन्हें नुकसान भी पहुंचा सकता है।

सवाल- खूब सारा पानी पियो, यह सलाह तो हमें भी लोग देते हैं। ऐसे में कैसे पता चलेगा कि हमें 1 दिन में कितना पानी पीना चाहिए, जिससे कोई नुकसान न हो?
जवाब-
इस सवाल का जवाब जानने के लिए नीचे दिए ग्राफिक को पढ़ें और दूसरों को भी शेयर करें:

कुछ को ज्यादा पानी पीने की जरूरत हो सकती है तो कुछ को कम- मायो क्लिनिक
ज्यादातर स्वस्थ लोग प्यास लगने पर पानी और दूसरी चीजें पीकर खुद को हाइड्रेट रख सकते हैं। प्यास लगने पर पानी और अन्य तरल पदार्थ पीकर हाइड्रेटेड रह सकते हैं। कुछ लोगों के लिए 8 ग्लास से कम पानी भी पर्याप्त हो सकता है, लेकिन कुछ के लिए इससे ज्यादा की जरूरत हो सकती है। इसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह पर ही वाटर इनटेक को घटाना या बढ़ाना चाहिए।

कितना पानी पीना चाहिए, इस सवाल को थोड़ा और डिटेल में समझिए-

  • लंदन के एक्सपर्ट ह्यू मॉन्टगोमरी के अनुसार, भयंकर गर्मी वाली जगह में रहने वाले लोगों को दिनभर में ज्यादा से ज्यादा 2 लीटर पानी की जरूरत होती है।
  • बहुत से लोग आधे घंटे के सफर के लिए भी पानी साथ ले जाते है, लेकिन इसकी कोई खास जरूरत नहीं है। भले ही आप पसीने से ही क्यों न नहा लें।
  • ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस की एडवाइजरी के अनुसार, आप हर रोज 6-8 ग्लास पानी पिएं। इसमें मिल्क, सॉफ्ट ड्रिंक और चाय-कॉफी भी शामिल है।

सवाल- किसी भी इंसान को कैसे पता चलेगा कि वो पर्याप्त पानी पी रहा है?
जवाब-
अगर ये दो बातें आप महसूस करते हैं, तो इसका मतलब है कि आप पर्याप्त पानी पी रहे हैं:

  • शायद ही कभी खुद को प्यासा महसूस करते हैं।
  • यूरिन यानी पेशाब कलरलेस या हल्का पीला होता है।

सवाल- बॉडी डिहाइड्रेट न हो इसके लिए पानी कब-कब जरूर पीना चाहिए?
जवाब-
इन 3 सिचुएशन में एक ग्लास पानी जरूर पिएं…

  • खाना खाने के बाद और बीच में।
  • एक्सरसाइज के पहले, दौरान और बाद में।
  • जब भी आपको प्यास लगे,तब।

सवाल- क्या बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए क्या हमारे पास सिर्फ पानी ही ऑप्शन है?
जवाब-
नहीं, ऐसा नहीं है। आपके खान-पान से भी बॉडी डिहाइड्रेट रहती है। जैसे- फल, सब्जियां, दूध, जूस, हर्बल चाय, कॉफी, सोडा। चीनी या मीठे लिक्विड ड्रिंक को कम से कम पिएं।

सवाल- आमतौर पर शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत किस सिचुएशन में होती है?
जवाब-
इन 2 सिचुएशन में:

  • प्रेग्नेंट महिलाओं या बच्चे को दूध पिलाने वाली मां को।
  • जब किसी व्यक्ति को बुखार और उल्टी हो।

सवाल- सर्दियों में लोग बहुत ज्यादा गर्म पानी पीते हैं, क्या ऐसा करना सही है?
जवाब-
कई स्टडीज में इस बात का दावा किया गया है कि अगर आप प्यास लगने पर ज्यादा गर्म पानी पीते हैं, तो इससे आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं में सूजन हो सकती है।

इससे दिमाग से रिलेटेड परेशानियां हो सकती हैं। इतना ही नहीं बहुत ज्यादा गर्म पानी पीने से हमारे शरीर के इंटरनल ऑर्गन पर असर पड़ सकता है। ज्यादा लंबे वक्त तक गर्म पानी पीने से पेट में जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए गुनगुना पानी पिएं, तेज गर्म पानी से परहेज करें।

चलते-चलते
साफ या शुद्ध पानी हर इलाके में मिले, ये जरूरी नहीं। तब पानी को कैसे शुद्ध करें?

पानी को शुद्ध करने के बहुत से तरीके हैं, लेकिन हम यहां कुछ आसान तरीके बता रहे हैं-

उबाल कर- पानी को शुद्ध करने के लिए उबालने का प्रोसेस काफी पुराना और आसान है। पानी उबालने से उसमें मौजूद सभी कीटाणु डिएक्टिवेट हो जाते हैं। आप 15 मिनट तक पानी उबालें फिर इसे ठंडा करके पिएं।

फिटकरी - पानी में फिटकरी डालने से सभी कीटाणु फिटकरी से चिपक जाते हैं। इससे पानी शुद्ध हो जाता है। ऐसे करें फिटकरी का इस्तेमाल:

  • पानी एक बर्तन में डालें।
  • इसमें 35 से 40 ग्राम फिटकरी डालें।
  • 5 मिनट के लिए फिटकरी को पानी में अच्छे से मिलाएं।
  • कुछ ही देर बाद पानी की गंदगी बर्तन के नीचे दिखेगी।
  • जब गंदगी दिखे, तब पानी छलनी या साफ कपड़े से छान लें।
  • अब आप इसे पी सकते हैं।

क्लोरीन - बाजार से क्लोरीन की गोलियां लाएं। पैकेट पर तरीका लिखा होगा। उसके हिसाब से गोलियों को पानी में डालें और अच्छी तरह मिलाएं। इसे 30-40 मिनट तक पानी में रहने दें। अब पानी पीने लायक हो जाएगा।

ब्रूस ली की मौत पर यह 3 थ्योरी पढ़ें- क्लिक करें

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