जब भी पड़ोस की पम्मी आंटी अपने बुल डॉग स्पाइक को लेकर शाम को वॉक पर निकलती, आसपास से गुजरने वाली सारी मांएं अपने-अपने बच्चों को अलर्ट कर देती हैं। कई बार बुल डॉग ने बच्चों पर अटैक करने की कोशिश की है। अगर गलती से किसी ने उसे डांटा-फटकारा, तो पम्मी आंटी नाराज होकर कहती हैं– मेरा बच्चा स्पाइक अभी छोटा है। तुम बच्चे तो समझदार हो।
सबसे पहले ये वीडियो देखें-
महाराष्ट्र के पनवेल में जर्मन शेफर्ड कुत्ते ने लिफ्ट में जोमेटो के डिलीवरी बॉय का प्राइवेट पार्ट काट दिया। जिसके बाद युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया। वीडियो में आप इसे साफ तौर पर देख सकते हैं।
पिछले कुछ दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में पालतू कुत्ते के काटने की खबरें आईं, उन पर नजर डालते हैं
गाजियाबाद के संजय नगर सेक्टर-23 में 10 साल के बच्चे को पालतू पिटबुल कुत्ते अचानक झपट लिया। बहुत कोशिश के बाद बच्चे को बचाया गया। बच्चे को डॉक्टरों ने कान और चेहरे पर 150 टांके लगाए।
तीन दिन पहले की घटना याद हैं न, जब गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में एक बच्चे पर कुत्ते ने लिफ्ट में ही हमला कर दिया। कुत्ते की मालकिन वहीं खड़ी रही और उल्टे बच्चे को डांटती रही।
एक और घटना
पिटबुल कुत्तों ने बेंगलुरु में एक सात साल के बच्चे को इस कदर नोचा कि उसे 58 टांके लगाए गए।
इस तरह की कई घटनाएं देशभर में आए दिन हो रही हैं। इसलिए आज जरूरत की खबर आपके शेरू, टॉमी, लुसी, जेड से जुड़ी हुई है। इसलिए पेट पेरेंट यह खबर ध्यान से पढ़ें।
ऊपर ग्राफिक में लिखे पॉइंट को दिल्ली के उदाहरण से समझते हैं-
1957 के DMC एक्ट यानी Delhi Municipal Corporation Act के अनुसार, घर पर कुत्ता रखने के लिए, रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है। कुत्ते को रेबीज का वैक्सीन लगी होनी चाहिए। वैक्सीन लगने के बाद ही कुत्ते का रजिस्ट्रेशन हो पाएगा। इसके लिए दिल्ली वालों को 500 रुपए फीस देनी होती है।
DMC एक्ट के अनुसार, कुत्ते का रजिस्ट्रेशन एक साल के लिए मान्य होता है। एक साल बाद मालिक को अपने कुत्ते का रजिस्ट्रेशन रिन्यू कराना पड़ता है।
अब चलिए कुछ ऐसी सिचुएशन से जुड़े सवालों के जवाब जानते हैं, जिसमें लोग अक्सर फंस सकते हैं या फंस जाते हैं-
सिच्यूएशन-1
लिफ्ट में, सीढ़ियों पर, पड़ोस वाली आंटी- अंकल के घर या किसी भी जगह पालतू कुत्ता काटने की कोशिश करता है, तो उससे कैसे बचें?
ब्रिडर और डॉग बिहेवियर एक्सपर्ट फैज मोहम्मद खान ऐसी सिचुएशन के लिए सलाह देते हैं कि…
पेट पेरेंट के लिए सलाह
वीरेश शर्मा, डॉग ट्रेनर, बिहेवियर स्पेशलिस्ट, दिल्ली के अनुसार, दूसरों को पालतू कुत्ता न काटे, इसका ख्याल कुत्ते के मालिक को रखना होगा।
सिच्यूएशन -2
किसी गली में, मेन रोड में या कैम्पस के अंदर स्ट्रे डॉग दौड़ाए या काटने की कोशिश करे, तो कैसे बचें?
फैज मोहम्मद खान के अनुसार, अगर बाइक पर हैं, तो कोशिश करें कि तेजी से वहां से निकल जाएं। रुकने की वजह से अगर वो अटैक कर दे। क्योंकि देश में मौजूद हर कुत्ते के मूड की गारंटी हम नहीं ले सकते हैं। नगरपालिका की जिम्मेदारी है कि वो स्ट्रीट डॉग को रिलोकेट करे और उनकी बर्थ को कंट्रोल करे। इसके लिए काफी फंडिंग आती है।
पैदल जाते वक्त घबराकर दौड़ने या भागने की भूल न करें। कॉन्फिडेंस के साथ वहां से निकलें। कुत्ते आपके ऊपर अटैक करने की कोशिश करते हैं, तो उन पर चिल्लाएं या पत्थर दिखाकर डराएं। ज्यादातर कुत्ते इससे दूर चले जाते हैं। अगर नहीं जाते हैं, तो दूसरे रास्ते से निकल जाएं या वापस लौट जाएं। यही सुरक्षित तरीका है। थोड़ी देर बाद किसी की मदद लेकर वहां से निकलें।
सिच्यूएशन -3 आपके साथ छोटा बच्चा है, अगर कुत्ता आपको या बच्चे को काट दे, तब क्या करना चाहिए?
डॉ. साद असलम खान बताते हैं-
चलते-चलते
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पढ़ लें-
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस जेके माहेश्वरी की बेंच ने केरल में स्ट्रे डॉग की समस्या से संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए एक टिप्पणी की। जिसमें कहा कि जो लोग गली के कुत्तों को खाना खिलाते हैं। वे कुत्ते पर कोई नंबर या निशान रख सकते हैं। अगर ये कुत्ते किसी पर हमला करते हैं तो इन्हें खाना खिलाने वाले जिम्मेदार हैं।
सड़क पर घूमने वाले डॉगी से प्यार करते हैं, तो फैज मोहम्मद खान की सलाह पर ध्यान दें
फैज मोहम्मद खान स्ट्रे डॉग को खाने देने वालों लोगों को सलाह देते हैं कि, वो इन कुत्तों को रोड पर खाना न दें। बल्कि अपने घर के अंदर एक पालतू कुत्ते की तरह रखें और खाना दें। क्योंकि इनके बच्चों को आप बचपन में खाना दे देते हैं। फिर जब ये बड़े होते हैं, तो उस रोड में आने-जाने वाले लोगों को परेशान कर सकते हैं। इसलिए अगर आपको स्ट्रे डॉग से प्यार है, तो उन्हें रोड पर न छोड़ें बल्कि घर पर प्यार से रखें।
कुत्ते के काटने की एक और घटना पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें-
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