जरूरत की खबर:आप सेल से शॉपिंग का इंतजार तो नहीं करते? जानिए खुद को ठगने से कैसे बचाएं

एक वर्ष पहलेलेखक: अलिशा सिन्हा
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शॉपिंग के लिए ज्यादातर लोग फेस्टिव सीजन का इंतजार करते हैं। ताकि ऑनलाइन सेल से उन्हें सस्ते दाम में अच्छे प्रोडक्ट मिल सकें। ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए ऐसे विज्ञापन तैयार किए जाते हैं जो कस्टमर को आकर्षित करते हैं। लोग उन्हें लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं। क्या आप भी उनमें से एक हैं?

अगर हां, तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि फेस्टिव सीजन में ही लोग सबसे ज्यादा ठगी के शिकार बनते हैं। लोग सेल के चक्कर में कई बार ऐसी चीजें भी भी खरीद लेते हैं, जो उनके काम की नहीं होती है। आज जरूरत की खबर में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप भारी-भरकम डिस्काउंट के मोह में पड़कर अपना बजट बिगाड़ लेते हैं। इससे बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए?

समझिए आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन कैसे आकर्षित किया जाता है?
हम साल भर त्योहारों में लगने वाली सेल और प्रोडक्ट्स पर मिलने वाली छूट का इंतजार करते हैं। इस पर नजर बनाकर रखते हैं और फिर सामान खरीदते हैं। सेल से शॉपिंग करना बुरी बात नहीं है, लेकिन ध्यान रखें कि बेवजह आपका बजट न बिगड़े और आप ज्यादा दाम में गलत सामान न खरीद लें। इन बातों के लिए सतर्क रहना भी जरूरी है।

बिना डिस्काउंट वाले प्रोडक्ट्स तक आप कैसे पहुंचते हैं?

  • आप जैसे ही किसी ऑनलाइन साइट पर जाते हैं, आपके सामने एक बंपर डिस्काउंट वाले प्रोडक्ट का विज्ञापन आता है।
  • आप तुरंत आकर्षित होकर उस लिंक पर क्लिक करते हैं और जो भी चीजें पसंद आती हैं उसे शॉपिंग कार्ट में डालने लगते हैं।
  • उस वेबसाइट पर जाने के बाद आपको दूसरे प्रोडक्ट्स भी दिखाई देते हैं, जिसमें किसी तरह का डिस्काउंट नहीं होता है।
  • ऐसे में अब आप बिना डिस्काउंट वाले प्रोडक्ट्स भी देखने लगते हैं और देखते-देखते कई बार उन्हें खरीदने का मन बना लेते हैं।
  • शॉपिंग लिस्ट फाइनल करने के दौरान आप उस कंपनी का ऐप भी डाउनलोड कर लेते हैं।

ऐसे प्रोडक्ट्स पर छूट, जिन्हें बेचना जरूरी है

  • ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही जगह ज्यादातर सिर्फ उन चीजों पर दुकानदार भारी छूट देते हैं, जिनकी बिक्री कम होती है।
  • ऐसी छूट सिर्फ त्योहारी सीजन में ही देखने को मिलती है, क्योंकि इस वक्त लोग सामान खरीदना पसंद करते हैं।
  • बंपर छूट का समय फिक्स कर दिया जाता है, ताकि इसे खरीदने में देरी न करें। जैसे- किसी सामान में छूट 26 जनवरी तक ही रहेगी उसके बाद इसकी कीमत बढ़ जाएगी।
  • इससे लोगों को सेल के दौरान ही सामान खरीदने की आदत हो जाती है। लोग तय तारीख तक ही उस सामान को खरीद लेते हैं।

आपको बार-बार मैसेज किए जाते हैं

  • जब आप ऑफलाइन शॉपिंग के लिए किसी मार्ट में जाते हैं, तो वहां आपसे आपका मोबाइल नंबर ले लिया जाता है।
  • ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त भी आपका नंबर रजिस्टर्ड हो जाता है।
  • ऐसे में ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही साइड से आपको फेस्टिव सीजन में मैसेज आने शुरू हो जाते हैं।
  • आप इनकी भारी-भरकम छूट को देखकर आकर्षित हो जाते हैं और जो सामान आपके काम का नहीं है उसे भी खरीदने का मन बना लेते हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
कई बार कुछ इस तरह के ऑफर दिए जाते हैं- '2 खरीदें 1 मुफ्त पाएं' या '1 खरीदें और दूसरे आइटम पर 50% छूट पाएं'। इंडियन कस्टमर इस तरह के ऑफर से आकर्षित होते हैं। स्वतंत्र कंसलटेंट हरीश एचवी के अनुसार, इंडियन कस्टमर को इस तरह की छूट पर सामान लेने की आदत हो गई है।

टेक्नोपैक एडवाइजर्स के चेयरमैन और एमडी अरविंद सिंघल के अनुसार, डिस्काउंट का ऑफर ग्राहकों के दिमाग पर असर डालता है। ग्राहक यह जानता है कि वह जिस सामान को खरीदना चाहता है, उसकी कीमत और छूट वाले सामान की कीमत एक ही है। फिर भी वह डिस्काउंट देखकर लालच में आ जाता है। कॉम्बो ऑफर देने का मकसद होता है ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सामान को बेचना। अगर दुकानदार हर एक सामान पर छूट देंगे, तो ग्राहक सिर्फ एक सामान खरीदेगा, लेकिन अगर वे कॉम्बो ऑफर देते हैं तो अपने फायदे के लिए ग्राहक एक की जगह कॉम्बो ऑफर का सामान खरीदेगा।