एसी कोच में दिए जाने वाले कंबल की वजह से यात्रियों की तबीयत खराब हो गई। मामला लखनऊ से वाराणसी सिटी जाने वाली 15008 कृषक एक्सप्रेस का था।
थर्ड एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों ने कंबल से बदबू आने की शिकायत एक-दूसरे से की। रेलवे तक शिकायत पहुंचाने के लिए यात्रियों ने कोच अटेंडेंट को तलाशा। वो नहीं मिला तब TTE को इस बारे में बताया गया। इसके बाद कंबल बदले गए।
जैसे ही ट्रेन बादशाहनगर स्टेशन पहुंची, यात्रियों को उल्टियां होने लगीं। 3 की तबीयत इतनी बिगड़ी की मेडिकल टीम बुलानी पड़ी।
गंदे और बदबूदार बेडरोल को लेकर अक्सर ऐसी शिकायत आती रहती हैं। आपके साथ भी ऐसा हो तो भूल से इग्नोर न करें। कहां और कैसे शिकायत करनी हैं, यह हम आपको बताते हैं।
हमारे एक्सपर्ट हैं- - एडवोकेट योगेश भटनागर(रेलवे एक्सपर्ट), एडवोकेट चिकिशा मोहंती और रेलवे पीआरओ सूबेदार
सवाल: एसी कोच में मिलने वाले बेडरोल में रेलवे की तरफ से क्या-क्या मिलता है?
जवाब: हर यात्री को एक तकिया, दो चादर, एक कंबल और एक छोटा तौलिया मिलता है।
सवाल: रेलवे में बेडरोल की साफ-सफाई को लेकर क्या नियम है?
जवाब: कंबल हर दो महीने में ड्राई क्लीन कराए जाएंगे। लिनेन की चादर, तकिया कवर और तौलिया हर बार इस्तेमाल के बाद धोए जाएंगे।
सवाल: रेल मदद ऐप पर शिकायत करने का क्या तरीका है?
जवाब: इस ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड करने के बाद आपको अपना नाम, पासवर्ड और फोन नंबर या ईमेल ID डालकर इसे साइन अप करना होगा। फिर अपनी ID पासवर्ड के साथ इसे लॉग इन करें।
लॉग इन के बाद विंडो खुलती है। जिसमें ट्रेन की शिकायत, स्टेशन की शिकायत, शिकायत को ट्रैक करना और सुझाव जैसे टैब मिलेंगे। इस पर क्लिक कर आप अपनी बात रेलवे तक पहुंचा सकते हैं और मदद मांग सकते हैं।
सवाल: क्या रेल मदद ऐप से केवल गंदे कंबल, चादर या कोच की ही शिकायत की जाती है?
जवाब: नहीं, आप शिकायत दर्ज करने के साथ-साथ टिकट बुकिंग, ट्रेन की पूछताछ, रिजर्वेशन की पूछताछ, रिटायरिंग रूम बुकिंग की जानकारी ले सकते हैं। इसके लिए आपको ऐप पर मौजूद ऑप्शन OTHER SERVICE टैब पर क्लिक करना होगा। यह सभी टैब आपको भारतीय रेलवे की अन्य आधिकारिक वेबसाइट और ऐप तक ले जाएंगे।
रेल मदद ऐप से शिकायत करते वक्त इन बातों का ध्यान रखें
सवाल: रेलवे से मिलने वाली सुविधाओं में गड़बड़ी होने पर क्या कंज्यूमर फोरम में भी शिकायत कर सकते हैं?
जवाब: जब आप टिकट खरीदते हैं तब उसे कहते हैं कॉन्सिडरेशन यानी आपने रेलवे की सर्विस अवेल की। रेलवे ने आपसे पैसे लिए इसका मतलब वो आपका सर्विस प्रोवाइडर है। अब रेलवे की जिम्मेदारी है कि ट्रेन के अंदर मौजूद सारी सुविधा सही तरह से कस्टमर यानी अपने यात्री को दें। इस तरह कंबल-चादर देना और वो भी साफ देना रेलवे की रिस्पॉन्सिबिलिटी है। अगर यह सब साफ नहीं है तो एक यात्री के पास अधिकार है कि वो कंज्यूमर फोरम में शिकायत करे।
सवाल: कंज्यूमर फोरम में शिकायत दर्ज कराने के लिए किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए?
जवाब: खाने में कंकड़ निकले, कोच में सफाई न होने की वजह से कॉकरोच और चूहे मौजूद हों, या फिर कंबल-चादर गंदे हों आप सबकी शिकायत कंज्यूमर फोरम में कर सकते हैं। बस आपको नीचे लिखे पाइंट्स को फॉलो करना होगा…
पिछले 15 दिनों में गंदे कंबल-चादर की शिकायत आती रही हैं…
सवाल: बेडरोल में मौजूद कंबल, चादर क्या धोए नहीं जाते?
जवाब: रेलवे साफ बेडरोल देने का वादा करता रहा है, लेकिन हकीकत में अब तक ऐसा हो नही पा रहा है। कंबल की धुलाई को लेकर रेलवे ने स्वीकार कर लिया है कि कंबल की धुलाई महीने में एक या दो बार की जाती है। ठेकेदार रेलवे से कम दर पर कोटेशन भरकर ठेका ले लेते हैं। इसके बाद इस्तेमाल की हुई चादरों और तकिया को बिना धुलाई के दोबारा प्रेस करके पैकेट में रख देते हैं।
2016 में रेलवे ने कहा था कि गंदे कंबल की शिकायत लगातार आ रही है, इसलिए NIFT के स्टूडेंट्स से कॉटन और वूल मिक्स वॉशेबल कंबल बनाने की बात की है। इसे पहले प्रीमियम ट्रेनों में यूज किया जाएगा, बाद में सभी ट्रेनों में। इस प्रोजेक्ट का क्या हुआ अब तक पता नहीं। इसी तरह संसद में इस मुद्दे पर कई बार चर्चा की गई पर साफ-सफाई को लेकर कोताही कम नहीं हुई।
पिछले साल नवभारत टाइम्स गोल्ड ने एसी कोच में क्यों मिलती हैं गंदी चादरें इसका खुलासा किया। रिपोर्टर ने नोएडा के सेक्टर 83 की लाउंडरेड्स कंपनी में प्रेस करने वाले मजदूर की नौकरी की। रिपोर्ट में उसने खुलासा किया कि गंदे और बदबूदार कंबल को प्रेस कर पैक कर दिया जाता है। जहां प्रेस किया जाता है वहां लगे सभी CCTV कैमरे या तो बंद हैं या खराब।
रेल यात्रा के दौरान सामान चोरी के नियम को भी जान लेते हैं…
सवाल: चलती ट्रेन में आपका यानी पैसेंजर का सामान चोरी हो जाए तो क्या करें?
जवाब: चलती ट्रेन में सामान चोरी हो जाए, तो पैसेंजर ट्रेन के TTE, कंडक्टर, कोच अटेनडेंट, गार्ड या GRP एस्कॉर्ट को इस बात की जानकारी दें। वो आपकी चोरी हुए या गुम हुए सामान की शिकायत करने में मदद करेंगे।
सवाल: ट्रेन में सामान चोरी हो जाए, तो FIR के लिए पैसेंजर को अपनी यात्रा ब्रेक कर किसी स्टेशन में उतारना जरूरी है?
जवाब: नहीं। ऐसा करना जरूरी नहीं है। आप चलती ट्रेन में भी FIR दर्ज करा सकते हैं, लेकिन अगर सिचुएशन ज्यादा खराब हो और पैसेंजर की गवाही की जरूरत हो, तब आपको किसी स्टेशन में उतरकर GRP थाने में गवाही देनी पड़ सकती है।
चलती ट्रेन में सामान चोरी हो जाए, तो ऐसे करें शिकायत
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