करंट लगने की घटनाएं बरसात में आए दिन सामने आ रही हैं। बीते दिनों एक के बाद एक इन 3 घटनाओं पर हमारी नजर पड़ी...
पहली घटना- उत्तर प्रदेश के बांदा में ATM से पैसे निकालने गए युवक ने जैसे ही दरवाजा खोला उसे जोर से झटका लगा। उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
दूसरी घटना- खंभे में दौड़ रहे करंट की चपेट में एक कांवड़ यात्री आ गया और बेहोश हो गया। लोकल लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी जान बच गई।
तीसरी घटना- मध्यप्रदेश के एक गांव में 70 साल की बुजुर्ग महिला को पानी की मोटर बंद करने के दौरान पिन निकालते समय करंट लगा। वे बेहोश हो गईं, अस्पताल ले जाना पड़ा।
बारिश के मौसम में करंट लगने का खतरा घर और बाहर दोनों ही जगह रहता है। जरा-सी लापरवाही आपके जान को जोखिम में डाल सकती है। आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कंरट से बचाव की और ये भी जानेंगे कि करंट लगते ही तुरंत बाद क्या उपाय करना चाहिए।
किसी को करंट लग जाए तो आप बचाव के लिए इन सिंपल स्टेप्स को फॉलो करें
(भले ही आप नीचे लिखे स्टेप्स को जानते हैं, लेकिन मुसीबत के वक्त कई बार भूल जाते हैं या समझ नहीं आता, इसलिए इन्हें पढ़कर अपने दिमाग में बिठा लीजिए।)
घर के बाहर इन चीजों में करंट आने का खतरा हो सकता है
बारिश में घर के अंदर इन चीजों से करंट लगने का सबसे ज्यादा है खतरा
छोटे बच्चों को करंट लगने का डर ज्यादा
12 साल से कम उम्र के बच्चों को बिजली के झटके लगने का खतरा घर के अंदर ज्यादा रहता है। ये बच्चे जमीन पर घुटनों के बल चलते हैं, किसी भी चीज को छू देते हैं, ऐसे में बिजली की तारों के संपर्क में आने से बचाने के लिए स्विच बोर्ड के कवर रखें। बच्चों को बिजली की तारों के साथ न खेलने दें। पुराने बिजली आउटलेट की अर्थिंग कराएं। अपनी पावर कॉर्ड और एक्सटेंशन कॉर्ड का चेक करें। टूटे व कटे हुए तारों को बदलें।
घर में इन 6 बातों का भी ध्यान रखें
करंट लगने से शरीर में 3 तरह की इंजरी यानी चोट आ सकती है
ये साधारण दिक्कतें भी करंट लगने के बाद हो सकती हैं-
क्यों लगता है करंट, इसके पीछे का साइंस समझिए-
हम सबने बचपन से सुना है सभी चीजें परमाणु यानी Atom से बनी हैं। परमाणु तीन चीजों से बना है - इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन। इस इलेक्ट्रॉन में निगेटिव चार्ज (Negative Charge) होता है।
जब किसी चीज में इलेक्ट्रॉन की संख्या बढ़ती है तब उसमें निगेटिव चार्ज भी बढ़ता है। फिर कोई भी इंसान किसी ऐसी चीज को छूता है तो उसके शरीर के पॉजिटिव इलेक्ट्रॉन सामने वाली चीज के इलेक्ट्रॉन को अपनी तरफ खींचने लगते हैं। इन इलेक्ट्रॉनों की हाई स्पीड के कारण ही करंट लगता है।
करंट लगने से कई बार मौत क्यों हो जाती है?
दरअसल ट्रू और लाइट इंजरी इंसान के लिए खतरनाक होती हैं। इन दोनों ही सिचुएशन में तुरंत व्यक्ति को अस्पताल लेकर जाना चाहिए। करंट से मौत की वजह हार्ट यानी दिल का सही तरह से काम नहीं कर पाना होता है। ऐसे में हार्ट न तो खून पंप करता है न ही वहां खून रुकता है, इसे एट्रियल और वेंट्रिकुलर फेब्रिलेशन कहते हैं। यह मौत का भी कारण बन सकता है। कई बार पेशेंट कोमा में भी चला जाता है, उसके बाद सांस बंद हो जाती है। इसे कार्डियो पल्मोनरी अरेस्ट भी कहते हैं।
चलते–चलते याद रखें
यह भी समझ लीजिए
कुल मिलाकर झटका कई बातों पर निर्भर करता है, बस आप बिजली के तारों से दूर रहें और बारिश के मौसम में सावधानी बरतें।
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