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साल 2020 बीत चुका है। आज न्यू इयर यानी नए साल की दूसरी तारीख है, बीते साल पूरी दुनिया में वह हुआ, जो उससे पहले शायद कभी नहीं हुआ और वह है लॉकडाउन। इसके बहुत से साइडइफेक्ट देखने को मिले, जैसे- लोगों की नौकरियां गईं, अर्थव्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं।
इसके साथ ही लोगों को मानसिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ा। घर और परिवार से दूर रहे लाखों लोग अकेले हो गए। इसके चलते तनाव, एंग्जाइटी और डिप्रेशन के मामले बढ़ गए, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस दौर को एक सीख के तौर पर देखा जाना चाहिए। एक्सपर्ट्स इसी से जुड़ी कुछ सलाह भी दे रहे हैं।
महामारी में अकेलेपन से कैसे लड़ें?
साल बीत गया है, लेकिन महामारी अभी गई नहीं है। वैक्सीन आ गई है तो लोगों में थोड़ी राहत है। अच्छी बात है कि हमें पॉजिटिव रहना चाहिए, लेकिन सावधान भी। जिस तरह से ब्रिटेन में मामले बढ़ रहे हैं, कुछ कह नहीं सकते कि आगे क्या होगा। हमें किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
अमेरिका के बकिंघम यंग यूनिवर्सिटी साइकोलॉजी और न्यूरोसाइंस के प्रोफेसर जूलियन हॉल्ट-लंसटैड ऐसी स्थिति में अकेलेपन से निपटने के दो तरीके बता रहे हैं। पहला कनेक्टिविटी के जरिए और दूसरा सोशल सपोर्ट के जरिए।
ऐसे हालात में नए लोगों से कैसे मिलें?
अमेरिका की एक रिटायर्ड टीचर और दो बच्चों की मां जूलिया होट्ज नए लोगों से मिलने की हैबिट रखती हैं। वह लोगों पर किताबें लिखती हैं और लोगों से जुड़ी नई-नई स्टडी भी पब्लिश करती हैं। जूलिया कहती हैं कि मैं लॉकडाउन में मानसिक तौर पर इतना परेशान रहने लगी थी कि वह उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती। मुझे लगा कि मैं सरवाइव नहीं कर पाऊंगी। मैंने इससे छुटकारा पाने के लिए दो तरीके अपनाए, पहला डिजिटल रूम और दूसरा सोशल इंट्रैक्शन।
ऐसे माहौल में सीजनल एफेक्टिव डिसऑर्डर से कैसे बचें?
मौसम की वजह से होने वाले बदलावों से हमारी मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ता है। इसके चलते गुस्सा, चिड़चिड़ापन और तनाव भी होने लगता है। ये कई बार डिप्रेशन की वजह भी बनता है, यानी मौसम बदलने से भी डिप्रेशन हो सकता है। ऐसे मानसिक असंतुलन की वजह से जो तनाव और डिप्रेशन होता है, उसे सीजनल एफेक्टिव डिसऑर्डर कहते हैं। कोरोनाकाल में जब लोग अकेले रहने को मजबूर थे तो इसका असर ज्यादा देखने को मिला। अमेरिका के साइकोलॉजिस्ट जने ब्रॉडी इससे बचने के दो सुझाव बता रहे हैं। पहला मानसिक रेजिस्टेंस और दूसरा सोशल थेरेपी।
पॉजिटिव- कहीं इन्वेस्टमेंट करने के लिए समय उत्तम है, लेकिन किसी अनुभवी व्यक्ति का मार्गदर्शन अवश्य लें। धार्मिक तथा आध्यात्मिक गतिविधियों में भी आपका विशेष योगदान रहेगा। किसी नजदीकी संबंधी द्वारा शुभ ...
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