खाली पेट रहने से होगी ग्लूकोज की कमी:डायबिटीज-BP के हैं मरीज; नवरात्रि और रमजान में इस ट्रिक से करें उपवास

2 महीने पहले
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22 मार्च से चैत्र नवरात्रि और रमजान दोनों की शुरुआत हो रही है। इस बार H3N2 इंफ्लुएंजा भी फैला है। मौसम का मिजाज भी कभी गर्मी, कभी बारिश का हो रहा है। इसलिए व्रत-उपवास और रोजे रखने वाले सभी लोगों को अपना ख्याल रखने की जरूरत है।

इनसे ज्यादा फास्टिंग के दौरान उन लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है जिन्हें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, थायराइड की समस्या है। इन्हें दवा समय पर लेना है, सेहत का पूरा ख्याल रखना है, ताकि बाद में कोई प्रॉबल्म न झेलनी पड़े।

आज हम जरूरत की खबर में व्रत और रोजा के दौरान क्या खाना चाहिए क्या नहीं इस बारे में बात करेंगे। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और थायराइड के पेशेंट्स को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए यह भी हमारे एक्सपर्ट्स से समझेंगे।

सवाल: क्या उपवास यानी फास्टिंग रखना हेल्थ के लिए अच्छा होता है?
जवाब:
अगर आप उपवास बॉडी की डिटॉक्सिफिकेशन के लिए रख रहे हैं तब तो यह अच्छा है। लेकिन आजकल ऐसा करता कौन है। बहुत कम लोग।

ज्यादातर व्रत-उपवास में आलू, ऑयली फूड, मिठाइयां, चिप्स, पापड़ पूरे दिन खाते हैं। ओवर ईटिंग से पाचन तंत्र यानी डाइजेस्टिव सिस्टम खराब होता है। उस कंडीशन में ये हेल्थ के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं है।

श्री श्री रविशंकर कहते हैं कि जरूरी नहीं है कि धार्मिक मौके पर ही उपवास किया जाए। शरीर के अंदर की गंदगी साफ करने के लिए भी उपवास करना जरूरी है।

इससे डाइजेशन सिस्टम सुधरता है। दिमाग भी हेल्दी रहता है। डिप्रेशन और मेंटल हेल्थ से जुड़ी प्रॉब्लम को सॉल्व करने में मदद मिलती है।

इसी वजह से हमारे शास्त्रों में उपवास को धर्म से जोड़ा गया है। कहा जाता है कि उपवास से ब्रेन को रेस्ट मिलता है। खाली पेट की वजह से ध्यान अच्छी तरह से लगता है।

सवाल: क्या बीमार लोगों के लिए सारे रोजे रखना जरूरी है?
जवाब:
डायबिटीज, BP, थायराइड स्पेशलिस्ट डॉ. रजा मलिक कहते हैं-कुरान में मुसलमानों को रमजान के महीने में रोजे रखना जरूरी बताया गया है, लेकिन उन लोगों के लिए यह जरूरी नहीं जो लोग बीमार हैं या उन्हें कोई बीमारी है।

सवाल: शुगर या ब्लड प्रेशर वाले मरीज 9-10 दिन तक व्रत या महीनों तक रोजे रख सकते हैं?
जवाब:
व्रत रखना या नहीं रखना तो आपकी व्यक्तिगत पसंद है। न्यूट्रिशनिस्ट और डायबिटीज एजुकेटर अवनी कौल कहती हैं कि 9 से 10 दिनों तक लगातार व्रत की वजह से शुगर के मरीजों को परेशानी हो सकती है। जिन लोगों की शुगर कंट्रोल नहीं है, उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के इतने दिन तक व्रत नहीं रखना चाहिए।

जिन लोगों को बीपी की परेशानी है, उन्हें भी बगैर डॉक्टर की सलाह के उपवास नहीं करना चाहिए।

इसी तरह रमजान के दौरान, खाने में 12 से 15 घंटे का गैप होता है, जो डायबिटीज, बीपी के पेशेंट के लिए एक समस्या हो सकती है। हालांकि शुगर या बीपी के मरीज सावधानी बरतकर रोजे रख सकते हैं। जैसे- ब्लड शुगर मीटर जरूर खरीदें। रोजाना बीपी चेक करने में आसानी होगी। सेहरी और इफ्तार में दवाई लेना न भूलें।

सवाल: अच्छा तो वो लोग लंबे समय तक उपवास व्रत रख सकते हैं, जिनका शुगर या बीपी कंट्रोल में है?
जवाब:
अगर शुगर या बीपी कंट्रोल में है, तब भी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। फिर एक डाइट चार्ट के साथ व्रत का ऑप्शन चुना जा सकता है।

सवाल: उपवास के दौरान ब्लड शुगर लेवल कम क्यों होता है?
जवाब:
डायटिशियन अंजू विश्वकर्मा बताती हैं कि दरअसल जब शुगर के पेशेंट जब उपवास करते हैं, तो उन्हें नॉर्मल दिनों की तुलना में ज्यादा देर तक खाली पेट रहना पड़ता है। इस वजह से उनके ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा कम हो सकती है। इस स्थिति को हाइपोग्लाइसीमिया कहते हैं, जो खतरनाक है।

उपवास में ब्‍लड शुगर कम होने पर ये 3 लक्षण दिखाई देंगे

  1. अचानक पसीना आना
  2. शरीर में कमजोरी या कंपन होना
  3. दिल की धड़कनें तेज होना

नोट- आमतौर पर 70 या इससे कम ब्लड शुगर होने पर ये लक्षण दिखते हैं।

सवाल: कुछ लोग व्रत में दवाइयां लेना बंद कर देते हैं क्या ये सही है?
जवाब:
व्रत रखने के दौरान उसके नियमों को फॉलो करें, लेकिन अपनी हेल्थ को इग्नोर भी न करें।

इसलिए जो लोग रेगुलर बल्ड प्रेशर (बीपी), शुगर यानी डायबिटीज, थायराइड, गैस्ट्रिक आदि की दवाइयां लेते हैं, उन्हें इसे लेना बंद नहीं करना चाहिए। यह आपके जीवन के लिए रिस्की हो सकता है।

सवाल: जिन लोगों को गैस्ट्रिक प्रॉबल्म है या वो लोग जो फैटी लिवर के पेशेंट हैं उन्हें फास्टिंग के वक्त क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
जवाब:
सबसे पहले तो सुबह चाय लेना बंद कर दें। इससे गैस की प्रॉबल्म नहीं होगी और दिनभर के लिए एनर्जी भी मिलेगी। उसकी जगह एक सेब रोज खाएं।

नारियल पानी, ग्रीन टी, पालक, टमाटर, गाजर, चुकंदर का जूस या सूप भी पी सकते हैं। इससे बॉडी हाइड्रेट रहेगी।

साबूदाना, तला-भुना, मिर्च-मसालेदार और बचा हुआ खाना न खाएं। बाहर की चीजों को अवॉइड करें। ओवर ईटिंग से भी बचना होगा।

थायराइड के मरीजों के लिए व्रत रखना सेफ नहीं। ऐसे लोग नीचे लगी क्रिएटिव को पढ़ें और सावधानी बरतें…

हेल्थ पॉइंट से कोई इश्यू नहीं, उन लोगों को भी उपवास के समय इन 6 बातों को भूलना नहीं चाहिए

  1. दिनभर में 3-4 लीटर पानी पिएं।
  2. पानी नहीं पी पा रहे हैं, तो नारियल पानी, वेजिटेबल जूस, नींबू पानी और बटर मिल्क पिएं।
  3. ब्लॉटिंग और गैस की समस्या से बचने के लिए अजवाइन या पुदीने का पानी पी सकते हैं।
  4. तली हुई चीजों को खाने से बचें, जैसे-साबूदाने का बड़ा, आलू चिप्स।
  5. रोस्टेड, ग्रील्ड और उबली हुई चीजें ही खाएं, जैसे- शकरकंद को रोस्ट या उबाल कर खा सकते हैं।
  6. नमक ज्यादा न लें। कोशिश करें कि दिनभर की एक मील में ही नमक लें। उसमें भी सेंधा नमक लें।

डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट ने नवरात्रि का डाइट प्लान खास आपके लिए बनाया है, पढ़ें और फॉलो करें

नाश्ता क्या करें?

  • नट्स के साथ दलिया ले सकते हैं।
  • स्किम्ड मिल्क और दूध भी लेना ठीक रहेगा।
  • फल और भिगोए हुए बादाम एनर्जी देंगे।

लंच में क्या खाएं?

  • सब्जी के साथ कुट्टू की चपाती बना लें।
  • रायता और सलाद पेट को हल्का रखेंगे।
  • सब्जी और दही के साथ बेक्ड साबूदाना टिक्की बेस्ट हो सकता है।

इवनिंग में क्या लें?

  • एक कप गर्म ग्रीन टी पी सकते हैं।

डिनर में क्या लें?

  • फल और दूध ले सकते हैं।
  • सब्जी के साथ कद्दू और लौकी का सूप भी अच्छा रहेगा।

चलते-चलते

साइंस के हिसाब से उपवास रखने का तरीका सीखते हैं…

  • जूस और पानी के साथ कुछ फल लें। इससे बॉडी में एंजाइम बनता है और खाना आसानी से पचता है।
  • उपवास वाले दिन देर रात में खाना नहीं खाना चाहिए। इसे पचाने में दिक्कत होती है।
  • अगर आप चाहें तो हफ्ते में एक दिन पानी और जूस से उपवास कर सकते हैं।
  • पानी आपके शरीर से विषैली चीजों को बाहर करेगा और जूस से आपको एनर्जी मिलेगी।
  • व्रत के बाद शाम को हैवी खाना न खाएं। सलाद, फल और कुछ हल्का आहार लें। इससे पाचन सिस्टम अच्छा रहेगा।

एक्सपर्ट पैनल: न्यूट्रीशनिस्ट और डायबिटीक एजुकेटर अवनी कौल, दिल्ली, डॉ. अंजू विश्वकर्मा डाइटिशियन, भोपाल, और एमपी, डॉ. रजा मलिक,डायबिटीज, बीपी, थायराइड स्पेशलिस्ट, डायबिटीज सेंटर भोपाल

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