घटना 1
हरियाणा के पानीपत में एक घर में सिलेंडर लीक होने की वजह से फट गया। इससे पूरा घर आग की चपेट में आ गया। उस वक्त घर के अंदर पति-पत्नी और 4 बच्चे मौजूद थे। आग इतनी तेजी से फैली कि सभी बेड पर पड़े-पड़े ही कंकाल हो गए। उन्हें अंदर से बाहर निकलने या शोर मचाने तक का मौका नहीं मिला।
घटना 2
राजस्थान के बीकानेर में एक प्रोग्राम के दौरान सिलेंडर फट गया और आग लग गई। इसकी चपेट में आई पांच महिलाएं बुरी तरह झुलस गई। इनमें से एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
आज जरूरत की खबर में जानेंगे कि आखिर सिलेंडर फट क्यों जाता है और इससे कैसे बचा जा सकता है। सिलेंडर इस्तेमाल करते हुए हम क्या लापरवाही बरतते हैं।
सवाल: घरेलू गैस इस्तेमाल करने में लोग अक्सर किस तरह की लापरवाही करते हैं?
जवाब: किचन में सिलेंडर इस्तेमाल करते हुए ज्यादातर लोग ये 7 लापरवाही करते हैं…
सवाल: गैस सिलेंडर फटता क्यों है?
जवाब: किचन में इस्तेमाल होने वाले एलपीजी गैस के सिलेंडर दो कारणों से फट सकते हैं…
सवाल: गैस लीकज की बात कंफर्म हो गई है, तब हमें क्या करना चाहिए?
जवाब: गैस अगर लीक हो रही है तो फॉलो करें ये स्टेप्स…
सवाल: अगर सिलेंडर में आग लग जाए तो क्या करें?
जवाब: अगर गैस लीक होने की वजह से सिलेंडर में आग लग गई है तो घबराएं नहीं। इससे स्थिति खतरनाक हो जाएगी। याद रखें, सिलेंडर में आग लगने के बाद भी हमारे पास करीब 10 से 15 मिनट का समय बचाव के लिए होता है। एक कंबल को गीला करके तुरंत सिलेंडर पर लपेट दें। इससे आग बुझ जाएगी।
सवाल: सिलेंडर वेंडर से लेते वक्त किस तरह की सावधानी रखनी चाहिए?
जवाब: सिलेंडर वेंडर से लेते वक्त नीचे लिखी बातों का ध्यान रखें…
सवाल: सिलेंडर का एक्सपायरी डेट कितने दिनों का होता है इसे कैसे चेक कर सकते हैं?
जवाब: एक सिलेंडर की लाइफ आमतौर पर 10 साल होती है। इसकी जांच आप ऐसे कर सकते हैं…
सवाल: वेंडर अगर एक्सपायरी डेट वाला सिलेंडर दे तो क्या कर सकते हैं?
जवाब: एक्सपायरी डेट वाला सिलेंडर प्लांट पर ही अलग कर दिया जाता है। वहां बहुत से स्कैनर्स लगे होते हैं जो एक्सपायरी डेट स्कैन करके सिलेंडर अलग कर देते हैं। इसके बावजूद अगर एक्सपायरी डेट वाला सिलेंडर आपके घर आ जाए तो डिलिवरी बॉय से कहकर एक्सचेंज कर सकते हैं।
कई बार घर में 6-7 महीनों तक सिलेंडर रखा रहता है। अगर वह एक्सपायर हो जाए तो गैस एजेंसी में एक्सचेंज कर सकते हैं।
सवाल: एक सिलेंडर यूज कर रहे हैं, दूसरा भराकर रखा है, यह कितना सेफ है?
जवाब: अगर आप घर पर एक एक्सट्रा सिलेंडर भराकर रखना चाहते हैं तो चैक कर लें कि कहीं वह एक्सपायर हो नहीं हो गया है। साथ ही ऐसे रहें सावधान…
सवाल: गैस चूल्हे से सिलेंडर को कैसे अटैच किया जाता है?
जवाब: गैस चूल्हे को सिलेंडर से ऐसे कर सकते हैं अटैच…
सवाल: क्या एलपीजी सिलेंडर का कोई विकल्प यानी ऑप्शन है?
जवाब: एलपीजी सिलेंडर का एक विकल्प पीएनजी पाइपलाइन है। यह न सिर्फ सस्ती है बल्कि सेफ भी है। यह एलपीजी से हल्की होती है जिससे अगर यह लीक भी हो जाए तो हादसा होने के चांसेज न के बराबर होते हैं।
सवाल: सिलेंडर की जगह गैस पाइपलाइन यानी PNG इस्तेमाल करने से क्या फायदा होगा?
जवाब: ये 4 फायदे मिलेंगे अगर आप PNG यूज करेंगे…
चलते-चलते
क्या कोई ऐसी टिप्स हैं जिनसे गैस बचाई जा सकती है?
जवाब: इन 10 टिप्स को फॉलो कर कीजिए घरेलू गैस की बचत…
जरूरत की खबर के कुछ और आर्टिकल भी पढ़ेंः
1. AC कोच में यात्रियों को मिले बदबूदार कंबल:तबीयत बिगड़ी, बुलानी पड़ी डॉक्टरों की टीम; गंदे बेडरोल मिलने पर कहां करें शिकायत
एसी कोच में दिए जाने वाले कंबल की वजह से यात्रियों की तबीयत खराब हो गई। मामला लखनऊ से वाराणसी सिटी जाने वाली 15008 कृषक एक्सप्रेस का था।
थर्ड एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों ने कंबल से बदबू आने की शिकायत एक-दूसरे से की। रेलवे तक शिकायत पहुंचाने के लिए यात्रियों ने कोच अटेंडेंट को तलाशा। वो नहीं मिला तब TTE को इस बारे में बताया गया। इसके बाद कंबल बदले गए।
जैसे ही ट्रेन बादशाहनगर स्टेशन पहुंची, यात्रियों को उल्टियां होने लगीं। 3 की तबीयत इतनी बिगड़ी की मेडिकल टीम बुलानी पड़ी।
गंदे और बदबूदार बेडरोल को लेकर अक्सर ऐसी शिकायत आती रहती हैं। आपके साथ भी ऐसा हो तो भूल से इग्नोर न करें। कहां और कैसे शिकायत करनी हैं, यह हम आपको बताते हैं।(पढ़िए पूरी खबर)
2.सांसद संतोख सिंह के बेटे ने कहा:गोल्डन ऑवर में CPR दे देते तो बच जाती पापा की जान; क्या है CPR
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में जालंधर से कांग्रेस सांसद चौधरी संतोख सिंह के निधन पर उनके विधायक बेटे विक्रमजीत चौधरी ने कहा कि एंबुलेंस में ले जाते वक्त पापा पंप करने पर सांस ले रहे थे। मगर डॉक्टरों के पास इमरजेंसी शॉक का कोई सामान नहीं था। वहां के डॉक्टर बड़ी हड़बड़ाहट में थे।
इसका सीधा मतलब यह है कि सांसद को गोल्डन ऑवर में अगर CPR भी दे दिया जाता तो उनकी जान बच सकती थी।(पढ़िए पूरी खबर)
3. एयर इंडिया यूरिन केस में इनकॉन्टिनेंस बीमारी का जिक्र:बुजुर्ग और प्रेग्नेंट महिला को क्यों होती है यूरिन लीकेज की प्रॉब्लम
एयर इंडिया यूरिन केस के आरोपी संजय मिश्रा के वकील ने कोर्ट में दलील दी है कि 70 साल की महिला ने खुद ही अपने कपड़ों में पेशाब कर लिया था। उन्हें इन्कॉन्टिनेंस की समस्या थी। वहीं, अफ्रीका के साउथ सूडान के प्रेसिडेंट सल्वा कीर मायारडिट का एक वीडियो वायरल हो रहा है।
नेशनल एंथम के दौरान प्रेसिडेंट मायारडिट का पेशाब पैंट में ही निकल गया। इसके बाद 71 साल के प्रेसिडेंट को ट्रोल किया गया। कुछ लोगों ने तो पद छोड़ने की हिदायत तक दे डाली।(पढ़िए पूरी खबर)
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