दैनिक भास्कर पर्व के पकवान:नमकीन होते हैं तिब्बती शाफ्ले, लाल मिर्च की तीखी चटनी के साथ खाने पर आता है स्वाद

7 महीने पहले
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त्योहार के दिन अनिवार्य रूप से बनाए जाने वाले इस तिब्बती व्यंजन का स्वरूप चपटी गुझिया जैसा होता है और कभी- कभार पूरा गोलाकार। इसके अंदर भरी जाने वाली सामग्री लद्दाख, सिक्किम और भारत के पूर्वोत्तरी राज्यों में सामिष व निरामिष दोनों तरह की होती है। शाफ्ले का स्वाद नमकीन होता है। हालांकि इन्हें मोमो का सहोदर न समझें। मोमो भाप से पकाए जाते हैं जबकि शाफ्ले गहरे तले जाते हैं। पर हां, दोनों को ही टमाटर या लाल मिर्च की तेल वाली तीखी चटनी के साथ परोसते है। -​ पुष्पेश पंत (खान-पान विशेषज्ञ)

आज शाफ्ले की रेसिपी बनाना सीखा रहे हैं लोसाल तेनजिन, कॉरपोरेट शेफ, मसूरी

सामग्री : 2-3 लोगों के लिए। बनाने का समय : 15-20 मिनट।

क्या चाहिए

  • मैदा- 1 कप
  • तेल- 2 छोटे चम्मच (मोयन के लिए)
  • नमक- थोड़ा-सा

भरावन के लिए :

  • पनीर- 3/4 कप किसा हुआ
  • साबुत जीरा- 1 छोटा चम्मच
  • हरी मिर्च- 2-3 बारीक कटी
  • हरा धनिया- 1 बड़ा चम्मच
  • अदरक- 2 इंच लंबा टुकड़ा बारीक कटा
  • प्याज- 1 बड़ा चम्मच बारीक कटा (वैकल्पिक)
  • तेल- 2 बड़े चम्मच

ऐसे बनाएं

  • मैदे में तेल का मोयन और नमक मिलाकर पानी से गूंध लें।
  • इसे 1 घंटे के लिए ढककर रख दें।
  • बोल में भरावन की सामग्री मिलाएं।
  • गूंधे हुए मैदे की लोइयां बनाकर गोलाकार (5 इंच चौड़ा) बेल लें।
  • भरावन सामग्री को बीच में रखें और एक किनारे को दूसरे पर (गुझिया की तरह) रख दें।
  • किनारों को हल्के हाथ से दबाकर चिपका दें।
  • किनारे की कंगूरे जैसी डिजाइन बना दें। यदि गोलाकार शाफ्ले बनाने हों तो एक रोटी के ऊपर दसरी रोटी रखें और किनारों को दबाकर पहले की तरह चिपका दें।
  • अंगुली से चिमटी काटते हुए कंगूरे बना दें।
  • कड़ाही में तेल गर्म करके दो-तीन शाफ्लों को एक-साथ मध्यम आंच पर सुनहरा भूरा होने तक तलें।
  • तैयार हैं शाफ्ले।