सोशल मीडिया पर जैसे ही कोई चीज ट्रेंड करता है, यूथ उसे अपनाने लगते हैं, लेकिन किसी भी ट्रेंड को फॉलो करने से पहले उसके अच्छे और बुरे पहलू को जानना जरूरी है। ऐसे ही एक ट्रेंड की चर्चा करेंगे आज जरूरत की खबर में, जिसका नाम है माउथ टेपिंग ट्रेंड।
इसमें लोग अपने मुंह पर टेप लगाकर सो जाते हैं। दावा किया जा रहा है कि इससे अच्छी नींद आती है, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि ऐसा करने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
चलिए एक्सपर्ट्स से समझते हैं कि माउथ टेपिंग ट्रेंड आपके लिए फायदेमंद है या नहीं? क्या ऐसा करने से अच्छी नींद आती है?
हमारे एक्सपर्ट हैं- हैदराबाद में यशोदा हॉस्पिटल्स के कंसल्टेंट इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजी एंड स्लीप मेडिसिन डॉ विश्वेश्वरन बालासुब्रमण्यम, फोर्टिज अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट और पल्मोनोलॉजी डॉ. आयुष गुप्ता, अमेरिका के क्लीवलैंड क्लिनिक की MD सिंधिया पेना ओर्बिया और फरीदाबाद में एकॉर्ड हॉस्पिटल के न्यूरोसाइंस एंड चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता।
सवाल- क्या है माउथ टेपिंग ट्रेंड?
डॉ. रोहित गुप्ता - नाम से ही समझा जा सकता है कि इस ट्रेंड में मुंह पर टेप लगाया जाता है। मुंह पर टेप लगे होने के कारण सोते समय मुंह की जगह सिर्फ नाक से सांस लेनी पड़ती है। जिसे नेजल ब्रीदिंग कहते हैं। इसके कुछ फायदे हैं। जैसे-
सवाल- क्या माउथ टेपिंग के लिए इस्तेमाल किए गए टेप से भी कोई समस्या हो सकती है?
डॉ. रोहित गुप्ता - स्किन पर सिर्फ मेडिकल ग्रेड टेप को यूज करना चाहिए। अगर आप कोई दूसरा टेप लगा रहे हैं, तो इससे नुकसान हो सकता है। जैसे-
सवाल- ऐसे कई लोग हैं, जिनका मुंह अपने-आप नींद में खुल जाता है, क्या वे माउथ टेपिंग का यूज कर सकते हैं?
जवाब- जिन लोगों को स्लीप एपनिया, नींद में मुंह खुलना या कोई और बीमारी है, उन्हें ये ट्रेंड बिल्कुल भी ट्राय नहीं करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह से सही ट्रीटमेंट लेकर किसी भी समस्या को हल करना चाहिए।
सवाल- तो क्या माउथ टेपिंग ट्रेंड का इस्तेमाल किसी भी व्यक्ति को करना चाहिए या नहीं?
जवाब - अभी तक इस ट्रेंड को लेकर जितनी रिसर्च हुई है, उसमें इस ट्रेंड के असरदार होने का कोई खास सबूत नहीं मिले हैं। लिहाजा ये कहना मुश्किल है कि माउथ टेपिंग किसी भी स्लीप डिसऑर्डर में मदद करता है।
हां इसके कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। मसलन- एलर्जी, सोने में परेशानी, अच्छी नींद न आना।
यह तो बात हुई माउथ टेपिंग ट्रिक और ट्रेंड से जुड़े जरूरी सवालों की। अब बात सांस लेने से जुड़े कुछ जरूरी सवालों के बारे में...
सवाल- नेचुरली इंसानों का नाक से सांस लेना सही है या मुंह से?
डॉ. आयुष गुप्ता- इंसानों की बॉडी नेचुरली नाक से सांस लेने के हिसाब से बनी है। नाक सूखी हवा को नम और मॉइस्चराइज करता है। इससे हमारे फेफड़े भी ठीक रहते हैं। नाक में रुकावट या बढ़े हुए टॉन्सिल के चलते लोग मुंह से सांस लेना शुरू कर देते हैं।
कई लोगों को टॉन्सिल की प्रॉब्लम बचपन से ही रहती है, लेकिन ये नॉर्मल नहीं है। लोगों को इसका समय रहते ही इलाज करवाना चाहिए।
टॉन्सिल पेशेंट या सांस की बीमारी वाले लोगों के लिए मुंह पर टेप लगाना खतरनाक साबित हो सकता है। इससे उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो सकता है। नींद के दौरान हार्ट रिलेटेड प्रॉब्लम आ सकती है। ऐसे लोग मुंह में टेप भूलकर भी न लगाएं।
सवाल- मुंह से सांस लेने के क्या नुकसान हैं?
सिंधिया पेना ओर्बिया के मुताबिक
सवाल- तो फिर जिन लोगों को खर्राटे आते हैं, वो क्या करें?
सिंधिया पेना ओर्बिया- खर्राटे लेने के अलग-अलग कारण होते हैं। हालांकि इसका मुख्य कारण यह है कि आपके एयरवे यानी वायुमार्ग में रुकावट आ जाती है और बॉडी के टिश्यू एक दूसरे के खिलाफ वाइब्रेट होने लगते हैं। इससे निजात पाने के लिए आप नीचे लिखे उपायों को अपना सकते हैं-
चलते-चलते
रिसर्च पर नजर डाल लीजिए-
सिंधिया पेना ओर्बिया के अनुसार, एक स्टडी से पता चला कि माउथ टेपिंग के बाद 30 पेशेंट्स ने कम खर्राटे लिए, लेकिन अस्थमा के 36 पेशेंट्स पर की गई एक दूसरी स्टडी में माउथ टेप का इस्तेमाल करने के बाद उनकी सिचुएशन में बदलाव के कोई संकेत नहीं मिले। 2022 की एक स्टडी से पता चला है कि 10 पेशेंट्स ने अपने मुंह पर टेप लगाने के बाद भी मुंह से सांस लेने की कोशिश जारी रखी, जिसकी वजह से उनके मुंह में छाले भी हो गए।
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