केरल की पारंपरिक डिश अवियल है। इसके बिना ओणम (त्योहार) अधूरा होता है। यानी अवियल को ओणम पर जरूर बनाया जाता है। यह एक ऐसी रेसिपी है जिसे बहुत ही कम समय में तैयार किया जा सकता है। चलिए पर्व के पकवान सीरीज में हम आज अवियल बनाना सीखते हैं। यह इस सीरीज की छठवीं रेसिपी है। इसे बनाने का तरीका सीखा रही हैं, केरल के कोट्टयम की क्यूरेटिंग शेफ प्रिमा कुरियन।
अवियल के बारे में खान-पान विशेषज्ञ पुष्पेश पंत एक कहानी सुनाते हैं...
केरल के उत्सव भोजों के व्यंजनों में अवियल सबसे महत्वपूर्ण है। जनश्रुति के अनुसार पांडव राजकुमार भीम ने अज्ञातवास के दौरान राजा विराट की राजरसोई में खाना पकाने का काम करते हुए अवियल पहली बार बनाया। दूसरी लोक कथा के अनुसार केरल के एक प्रतापी शासक के यहां एक बार अतिथियों की इतनी बड़ी भीड़ जुट गई कि भोजन कम पड़ने का संकट उत्पन्न हो गया। भंडार में जितनी भी सब्ज़ियां नजर आईं राजा ने उनको मिलाकर स्वादिष्ट और पौष्टिक अवियल बनवाया।
अब इसे बनाने का तरीका जान लें
2-3 लोगों के लिए बनाना है, तो चाहिए ये सामग्री:
बनाने में समय लगेगा- 40-45 मिनट
बनाने का तरीका:
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