गोरखपुर. जिले के रामगढ़ताल थाना इलाके में मंगलवार सुबह लॉकडाउन के दौरान एक मंदिर के 70 वर्षीय पुजारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है। आरोप है कि, सुबह लॉक डाउन में साढ़े नौ बजे तक ढील दी गई थी। उसके बाद पुलिस ने लोगों को घरों में रहने की हिदायत दे रही थी। तभी कुछ युवाओं से पुलिस से कहासुनी हुई। पुलिस ने युवकों के साथ पुजारी की पिटाई की। जिससे उनकी मौत हो गई।
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हालांकि, पुलिस सभी आरोपों से इंकार कर रही है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। सीओ ने कहा- रिपोर्ट आने के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी। लेकिन पिटाई का आरोप गलत है।
रामगढ़ताल इलाके के आजादनगर श्रीहनुमान रामजानकी मंदिर के पुजारी 70 साल के मृतक भगतजी उर्फ कोईल उर्फ टिकोरी पिछले कई साल से मंदिर में ही परिवार के साथ रह रहे थे। मृतक की पत्नी सुखदेई देवी ने बताया कि सुबह बच्चों से विवाद के बाद पुलिस पिटाई कर रही थी। आरोप है कि पुजारी भगतजी बीच-बचाव करने के लिए गए। उसके बाद पुलिस ने उनकी पिटाई कर दी। उसके बाद पुलिस उन्हें अपनी जीप में बैठाकर ले जाने लगी। इसी दौरान वे अचेत होकर नीचे गिर गए। पत्नी ने उन्हें पानी पिलाने की कोशिश की, लेकिन वहीं पर उनकी मौत हो चुकी थी।
कैंट सीओ सुमित कुमार शुक्ला ने बताया कि सुबह रामगढ़ताल इलाके के आजादनगर चौकी की पुलिस लॉकडाउन के दौरान लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही थी। इसी दौरान कुछ लोग पुलिस से विवाद करने लगे। उसी दौरान एक वृद्ध की मौत हो गई। मृतक का पहले से हार्ट के डाक्टर के यहां इलाज के चल रहा था। मृतक काफी वृद्ध थे। उनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। उसके बाद ही आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की पिटाई से मृतक की मौत के आरोप पर उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई बात नहीं है। लाश का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पीएम में यदि इस बात की पुष्टि होती है तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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