- प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा- पुरुषों और महिलाओं पर दर्ज केस रद्द होने चाहिए
- बोलीं- अभी तक गांव में कोई पुलिस चौकी स्थापित नहीं की गई
Dainik Bhaskar
Aug 14, 2019, 03:33 PM ISTलखनऊ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को सोनभद्र से लौटने के बाद बुधवार सुबह एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा- उम्भा गांव में पीड़ितों से मिलने के बाद यह मालूम चला कि लोग अभी भी दहशत के साए में जी रहे हैं। उन्हें अपनी जमीन का मालिकाना हक जब तक नहीं मिलेगा तब तक वह असुरक्षित रहेंगे और उन्हें प्रताड़ित किया जाएगा।
प्रियंका ने यह भी कहा है कि आरोपी प्रधान द्वारा गांव की महिलाओं और पुरुषों पर दर्ज कराए केस और उन पर प्रशासन द्वारा लगाया गया गुंडा ऐक्ट रद्द किया जाना चाहिए। अभी तक गांव में पुलिस चौकी स्थापति नहीं की गई।
मंगलवार को प्रियंका ने किया था उम्भा गांव का दौरा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को सोनभद्र के घेरावल तहसील के उभ्भा गांव का दौरा किया। यहां प्राथमिक विद्यालय में बने पंडाल में प्रियंका ने पीड़ित परिवार की महिलाओं से मुलाकात की। करीब सवा दो घंटे महिलाओं के साथ बातचीत करने के बाद रहने के बाद प्रियंका खेत की मेड़ पर चलकर घटनास्थल का भी जायजा लिया था। प्रियंका करीब 100 मीटर तक खेत की मेड़ों पर चलीं। प्रियंका ने प्रशासन पर पीड़ित महिलाओं को परेशान करने का आरोप लगाया था। उम्भा गांव में जमीनी विवाद में बीते माह 10 आदिवासियों की हत्या कर दी गई थी।
सोनभद्र में उभ्भा गाँव के आदिवासी बहनों-भाइयों से बात करके यह स्पष्ट हुआ कि-
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 14, 2019
1. उन्हें अपनी जमीन का मालिकाना हक़ जब तक नहीं मिलेगा तब तक वह असुरक्षित रहेंगे और उन्हें प्रताड़ित किया जाएगा pic.twitter.com/lCBPcBh4yS