संभल जाइए वर्ना पलकें झड़ जाएंगी:आप भी फॉल्स आईलैशेज की हैं शौकीन तो एक्सपर्ट से जानिए इसे इस्तेमाल करने का स्मार्ट तरीका

एक वर्ष पहलेलेखक: दीक्षा प्रियादर्शी
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आजकल एट्रैक्टिव आई मेकअप का ट्रेंड चल रहा है। पार्टी मेकअप हो या ब्राइडल लुक हम आंखों को सुंदर ढंग से निखारने पर ज्यादा ध्यान देते हैं। कई महिलाएं इसके लिए फॉल्स आईलैशेज का भी इस्तेमाल करती हैं, लेकिन कई महिलाएं इस बात को लेकर कंफ्यूज रहती हैं कि उनके लिए कौन सा आईलैशज सही है, इसे किस तरह से लगाना चाहिए और कही इसे लगाने से ओरिजनल आइलैशेज पर बुरा असर तो नहीं पड़ेगा। मेकअप आर्टिस्ट जैसमिन गुप्ता बता रही हैं पलकों को बिना नुकसान पहुंचाए आईलैशेज को सुंदर बनाने का स्मार्ट और सही तरीका।

ग्लू लैशेज से बेहतर है मैग्नेटिक लैशेज

कर्लर का इस्तेमाल नहीं करती हैं तो फॉल्स आईलैशेज लगा सकती हैं, जो कि दो तरह के होते हैं ग्लू लैशेज और मैग्नेटिक लैशेज। ग्लू लैशेज को लगाना थोड़ा मुश्किल होता है, वो कई बार उखड़ भी जाते हैं जबकि मैग्नेटिक लैशेज लगाने में बेहद आसान होते हैं, उनकी ग्रिप अच्छी होती है और इन्हें बार-बार यूज भी किया जा सकता है। इसे बिना ग्लू के सिर्फ मस्कारा लगाकर लगाया जाता है।

मैग्नेटिक लैशेज को बिना ग्लू के सिर्फ मस्कारा लगाकर लगाया जा सकता है।
मैग्नेटिक लैशेज को बिना ग्लू के सिर्फ मस्कारा लगाकर लगाया जा सकता है।

डर्माटाइटिस होने का खतरा

आइलैशेज लगाने के लिए जिस प्रकार के ग्लू लगाया जाता है, उससे आपको एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है। इसके अलावा इससे त्वचा में सूजन या फिर डर्मटाइटिस की भी शिकायत हो सकती है। इसलिए ये ध्यान रखें कि आइलैशेज को स्टिक करने के लिए जिस प्रकार के ग्लू इस्तेमाल कर रहे हैं उसमें फार्मलाडेहाइड तो नहीं मिला है। दरअसल इस केमिकल की वजह से आपको एलर्जिक रिएक्शन, चुभन और जलन हो सकती है।

आइलैशेज लगाने के वाला ग्लू में फार्मलाडेहाइड मिला है तो वो आपके आंखों के लिए खतरनाक हो सकता है।
आइलैशेज लगाने के वाला ग्लू में फार्मलाडेहाइड मिला है तो वो आपके आंखों के लिए खतरनाक हो सकता है।

आंखों को पहुंच सकता है नुकसान

संक्रमण और एलर्जी के अलावा, आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंच सकता है। एक्सटेंशन की वजह से आपकी पलकों पर तनाव हो सकता है और यह टूट सकते हैं, या फिर इससे आपके फॉलिकल को नुकसान पहुंच सकता है। फॉल्स आइलैशेज लगाने के बाद आपको आंखों से जुड़ी किसी तरह की परेशानी होती है तो तुंरत इसे निकाल दें।

सोच-समझ कर चुनें अपने लिए फॉल्स लैशेज।
सोच-समझ कर चुनें अपने लिए फॉल्स लैशेज।

खरीदते समय साइज का रखें ध्यान

फॉल्स आईलैशेज खरीदते समय उसके साइज का ध्यान जरूर रखें। ये आपके ओरिजनल आईलैशेज के शेप से मिलता हुआ होना चाहिए। अगर फॉल्स आईलैशेज चौड़े हैं तो आप उसे अपनी पलकों के अनुसार पहले ही ट्रिम कर सकती हैं।

आईलैशेज खरीदते समय साइज को ध्यान में रखें।
आईलैशेज खरीदते समय साइज को ध्यान में रखें।

फर्क मिटाने के लिए लगाएं लिक्विड आईलाइनर

ओरिजनल और फॉल्स आईलैशेज के बीच का फर्क छुपाने के लिए लिक्विड आईलाइनर का इस्तेमाल करें। इससे आपकी पलकें एक जैसी दिखेंगी। फॉल्स आईलैशेज को प्लकर की मदद से लगाएं और लगाने के बाद उसपर अच्छी तरह मस्करा लगाएं। इससे आपकी आंखे सुंदर और अट्रैक्टिव दिखेंगी। फॉल्स आईलैशेज अच्छे ब्रैंड का ही खरीदें, क्योंकि अच्छे ब्रैंड के आईलैशेज की क्वालिटी अच्छी होती है। वो ओरिजनल आईलैशेज के तरह ही डिजाइन किए जाते हैं।

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