पेट के कीड़े मारे पलाश:बुखार और चर्मरोग में फायदेमंद, घेंघा होने से बचाए; जड़-छाल और पत्तियां भी गुणों की खान

नई दिल्ली12 दिन पहलेलेखक: भाग्य श्री सिंह
  • कॉपी लिंक

पलाश कई औषधीय गुणों से भरपूर है। पलाश के फूल, बीज और गोंद का इस्तेमाल कई बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है।

आज हम पलाश के औषधीय गुणों के बारे में आयुर्वेदाचार्य डॉ.आर.अचल से जानेंगे।

पेट के कीड़े खत्म करने में मददगार
पलाश के बीज का इस्तेमाल पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने में किया जाता है। पेट से जुड़े विकारों में राहत दिलाने के साथ साथ पलाश के बीज पेट के कीड़े खत्म करने में भी मददगार साबित होते हैं। कई आयुर्वेदिक दवाइयों में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल में अपनी राय देते जाइए

बुखार में फायदेमंद
पलाश के फूलों का सेवन बुखार में आराम दिलाता है। कई आयुर्वेदिक डॉक्टर बुखार में मरीजों को पलाश के फूल से बनी दवा देते हैं। कई रिसर्च में भी इस बात का जिक्र है।

कुष्ठ रोग में लाभदायक
पलाश का फूल कुष्ठ रोग के इलाज में भी लाभदायक है। कुष्ठ रोग एक तरह के संक्रमण, माइकोबैक्टेरियम लेप्री नामक बैक्टीरिया से होता है।

इस बीमारी में नसों, मांसपेशियों और त्वचा प्रभावित होती है। इसके उपचार में पलाश के फूल कुछ हद तक मददगार होते हैं। पलाश के फूल में एंटीलेप्रोटिक प्रभाव होता है, जो कुष्ठ रोग से निजात दिलाने में मददगार होता है।

पलाश की छाल का जूस घेंघा में फायदेमंद
पलाश की छाल का जूस घेंघा में असरकारक है। घेंघा जिसे गॉइटर भी कहते हैं, यह ऐसी बीमारी है, जिसमें थायराइड ग्लैंड्स बढ़ जाते हैं और गले में सूजन आ जाती है।

पलाश की छाल में थायराइड हॉर्मोन को नियंत्रित करने वाला गुण होता है। इसलिए इसकी उपयोगिता पर वैज्ञानिक अभी और रिसर्च कर रहे हैं।

चर्मरोग में पलाश गुणकारी
पलाश के गोंद का इस्तेमाल चर्मरोग को ठीक करने में किया जाता है। पलाश के पेड़ से निकलने वाला रस यानी पलाश का गोंद दाद (फंगस की वजह से होने वाल स्किन इन्फेक्शन) के प्रभाव को कम कर सकता है।

पलाश की छाल में एंटीफंगल गुण भी पाया जाता है, जो संक्रमण फैलाने वाले फंगस को खत्म करने में सहायक हो सकता है।

सूजन में पलाश के फूल के फायदे
पलाश के फूलों का अर्क शरीर की सूजन में आराम दिलाता है। एनसीबीआई के शोध में यह पाया गया है कि पलाश के फूल में मेथनॉलिक अर्क होता है।

इस अर्क में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये घाव के कारण होने वाली सूजन को कम करने में सहायक हो सकते हैं। वहीं, इसमें मौजूद ब्यूटिन, ब्यूट्रिन, आइसो ब्यूट्रिन और आइसोकोरोप्सिन नामक तत्व भी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

खबरें और भी हैं...