अर्जुन की छाल हार्ट अटैक का रिस्क करे कम:ब्लॉकेज है तो पिएं काढ़ा, खोलेगा बंद नसें, हाई बीपी, अल्सर और UTI में फायदेमंद

नई दिल्ली17 दिन पहलेलेखक: भाग्य श्री सिंह
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अर्जुन के पेड़ के तने की बाहरी परत को ही अर्जुन की छाल कहा जाता है। अर्जुन के पेड़ का वैज्ञानिक नाम टर्मिनेलिया अर्जुना (Terminalia arjuna) है। इस पेड़ के तने का इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि की तरह किया जाता है। इसके सेवन से ब्लॉकेज, स्ट्रोक का रिस्क कम होता है और यह एंजाइना में भी फायदेमंद है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉक्टर अमित सेन बता रहे हैं अर्जुन की छाल के फायदे।

हार्ट प्रॉब्लम्स को दूर रखने में कारगर
एनसीबीआई की रिसर्च में यह पता चला कि अर्जुन की छाल में ट्राइटरपेनॉइड (Triterpenoids) नाम का एक केमिकल होता है। इस केमिकल के कारण ही अर्जुन की छाल हार्ट प्रॉब्लम्स को दूर रखने में कारगर साबित हो सकती है। यह हाई बीपी और कोलेस्ट्रोल के साथ ही हार्ट डिजीज के कारण होने वाले सीने के दर्द में भी राहत दिलाने का काम कर सकती है।

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UTI इन्फेक्शन में कारगर
UTI की प्रॉब्लम है तो अर्जुन की छाल का सेवन फायदेमंद हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार अर्जुन छाल में एंटीबैक्टीरियल (बैड बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इस गुण के कारण अर्जुन की छाल यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण पैदा करने वाले सूक्ष्म बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद कर सकती है।

हाई बीपी, अल्सर में हेल्पफुल
अर्जुन की छाल में मौजूद ट्राइटरपेनॉइड में एंटीहाइपरटेंसिव (बीपी कम करने वाला) गुण मौजूद होते हैं। बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए भी अर्जुन की छाल काफी मददगार साबित हो सकती है। पेट से संबंधित अल्सर में भी अर्जुन की छाल फायदेमंद है। इसमें गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव (पेट की अंदरूनी दीवार की सुरक्षा) और साइटोप्रोटेक्टिव (पेट के अल्सर से बचाव) का गुण होता है। अर्जुन की छाल के ये गुण पेट के अल्सर में राहत दिलाते हैं।

सर्दी-खांसी में मिलेगा आराम
सर्दी-खांसी से राहत के लिए अर्जुन की छाल इस्तेमाल करें। अर्जुन की छाल सांस संबंधी विकार को दूर करने में मदद कर सकती है। अर्जुन की छाल में कफ को कम करने का प्रभाव पाया जाता है, जो खांसी में राहत दिलाता है। सामान्य सर्दी-खांसी की समस्या में भी अर्जुन की छाल मददगार हैं।

हालांकि, अधिक प्रमाण न होने के कारण इस संबंध में अभी अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है। शोध में पाया गया कि अर्जुन छाल में हेक्सोकिनेस, एल्डोलेस, फॉस्फोग्लुकोसोमेरेस और ग्लूकोनियोजेनिक जैसे कई एंजाइम्स पाए जाते हैं। इनकी मौजूदगी के कारण अर्जुन की छाल में एंटीडायबिटिक गुण होते हैं। अर्जुन छाल का यह गुण किडनी और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

कान का दर्द करे दूर
अर्जुन की छाल का अर्क कान के दर्द को दूर कर सकता है। कान में दर्द का एक सामान्य कारण बैक्टीरियल इन्फेक्शन को माना जाता है। इस इन्फेक्शन के कारण कान में दर्द की समस्या देखी जा सकती है। अर्जुन की छाल में सूक्ष्म जीवाणुओं को नष्ट करने वाला गुण होता है। इस गुण के कारण यह कान के इन्फेक्शन को दूर करने में सहायक साबित हो सकती है ।

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