सर्दी इतनी पड़ रही है कि गर्म कपड़े उतराने का सोचते ही बदन में सिहरन दौड़ जाती है। स्वेटर, टोपी, मोजे सब पहनकर ही ठंड से बचा जा सकता है। रात के समय भी इसे उतराने की इच्छा नहीं होती। इसी चक्कर में हम खुद बिना स्वेटर उतारे ही सो जाते हैं और बच्चों के साथ भी ऐसा ही करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं ऐसा करना हमारी सेहत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है? डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. इप्शिता जोहरी से जानें रात में स्वेटर पहनकर सोने से होने वाली दिक्कतों के बारे में…
क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं?
डॉ. जोहरी कहती हैं कि कभी भी ऊनी कपड़े पहनें तो इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वे सीधे आपकी स्किन के कांटेक्ट में न आएं। इन कपड़ों में गर्माहट इसलिए महसूस होती है, क्योंकि गर्म कपड़े बाहर की ठंड को शरीर तक पहुंचने से रोकते हैं। साथ ही ऊनी कपड़े शरीर के पसीने को भी नहीं सोखते। हम स्वेटर पहनकर कब सोते हैं? जब हमें बहुत ज्यादा ठंड लग रही हो। हम ऊनी कपड़े पहनने के अलावा कंबल या रजाई भी ओढ़ लेते हैं, ताकि ठंड कम लगे। ऐसे में ऊनी कपड़ों, रजाई और कंबल की गर्माहट की वजह से व्यक्ति को उलझन महसूस हो सकती है।
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ठंड से बचने के लिए क्या करें?
सर्दी के मौसम में सही तरीके से लेयरिंग (एक से ज्यादा कपड़े) की आदत डालें। कॉटन के ढीले-ढाले सॉफ्ट कपड़े पहनें। ठंड ज्यादा है, तो एक से ज्यादा कपड़े पहनें। बच्चों को भी सुलाने के दौरान इसी तरह से कपड़े पहनाएं।
बॉडी पर मॉइश्चराइजर लगाने के बाद फुल स्लीव्स का सूती कपड़ा पहनें और फिर ऊनी कपड़े पहनें। ऐसा इसलिए करना जरूरी है, क्योंकि मॉइश्चराइजर स्किन को ड्राई होने से बचाता है और त्वचा सम्बंधी समस्याएं नहीं होतीं।
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