कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महंगाई के विरोध में कांग्रेस के देशव्यापी प्रदर्शन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तानाशाह बता डाला। उन्होंने कहा-भारत में लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है। तानाशाह शब्द सुनते ही हमारे जेहन में जर्मनी के हिटलर, यूगांडा के ईदी अमीन या लीबिया के कर्नल मुहम्मद गद्दाफी का नाम आता है। तानाशाह शब्द को आमतौर पर पुरुषों से जोड़कर देखा जाता है।
भारत ने हाल के इतिहास में कोई तानाशाह नहीं देखा है। फिर भी राजनीतिक विरोधियों के लिए इस शब्द का इस्तेमाल धडल्ले से होता है। कांग्रेस से जुड़े प्रतिष्ठानों पर ED की छापेमारी के बीच राहुल ने पीएम पर तानाशाही करने का आरोप लगाया था।
इमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी पर लगते रहे थे तानाशाही के आरोप
इमरजेंसी में यही आरोप पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी पर लगते थे। तब विपक्षी जनता पार्टी के नेता इंदिरा गांधी को ‘तानाशाह इंदिरा’ कहा करते थे।
भारत में भले ही तानाशाह शब्द राजनीतिक शब्दावली का हिस्सा बन गया है; लेकिन दुनिया के जिन देशों का तानाशाहों से पाला पड़ा, उनके लिए यह शब्द इतना सामान्य नहीं है। हिटलर से लेकर ईदी अमीन, सद्दाम हुसैन और किम जोंग उन जैसे तानाशाह हुए हैं; जिन्होंने लाखों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
लेकिन तानाशाह केवल पुरुष ही नहीं हुए हैं। इतिहास में कई महिला तानाशाहों का भी जिक्र मिलता है; जिसने अपनी सत्ता से इंसानियत को रौंद डाला था।
मॉडर्न वर्ल्ड की पहली फीमेल डिक्टेटर जो फेमिनिस्ट भी थीं
ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया के बीच में बसे छोटे से आइलैंड देश ईस्ट तिमोर की तानाशाह रहीं अमिवी गामा को मॉडर्न वर्ल्ड की पहली महिला डिक्टेटर माना जाता है। उन्होंने साल 2009 में खूनी विद्रोह करते हुए खुद को राष्ट्रपति, सेना का कमांडर इन चीफ और चीफ जस्टिस घोषित कर लिया। अमिवी गामा अपने विरोधियों के प्रति काफी सख्ती से पेश आती थीं। उन्होंने अपने हजारों विरोधियों के दर्दनाक मौत दी। लेकिन अमिवी गामा का दूसरा पक्ष भी था। उन्होंने महिलाओं के हित में काफी काम किया। अमिवी खुद भी दो बच्चों की मां थीं।
अपने भाई-बहनों और प्रेमियों को मरवाकर सत्ता हथियाने वाली क्लियोपेट्रा
मिस्र की महारानी क्लियोपेट्रा की गिनती इतिहास की सबसे क्रूर महिला शासकों में होती हैं। मिस्र की सत्ता को बनाए रखने के लिए उन्होंने सगे भाई और बहनों समेत अपने कई प्रेमियों को भी मरवा दिया था। क्लियोपेट्रा ने मिस्र की सत्ता को तानाशाही से चलाया। उनके बारे में कहा जाता है कि वो जवान दिखने के लिए रोज 700 गधी के दूध से नहाती थी।
इंग्लैंड की रानी, जिसे 'खूनी मैरी' की उपाधि दी गई
मैरी प्रथम 1553 से 1558 तक इंग्लैंड और आयरलैंड की महारानी रहीं। उनके शासनकाल में इंग्लैंड में बेशुमार लोगों को मौत की सजा दी गई। मैरी प्रोस्टेन्टों बहुत नफरत करती थी। यही वजह थी उसने बड़े पैमाने पर प्रोस्टेन्टों की हत्या करवाई। उनके शासनकाल में हुई अनगिनत हत्याओं को देखते हुए उन्हें लोगों ने 'खूनी मैरी' कहना शुरू कर दिया।
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