बॉलीवुड सिंगर अलका याग्निक के नाम एक खास उपलब्धि दर्ज हुई है। उस उपलब्धि के कारण वो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में शामिल हो गई हैं। दरअसल, 90 के दशक की पॉपलुर सिंगर रह चुकीं अलका पिछले साल यूट्यूब पर सबसे ज्यादा स्ट्रीम की गई आर्टिस्ट रहीं।
यानी कि वर्ल्डवाइड सबसे ज्यादा सुनी जाने वाली सिंगर बन गई हैं। उन्होंने यह तमगा बीटीएस, टेलर स्विफ्ट, ब्लैकपिंक जैसे इंटरनेशनल आर्टिस्ट को पछाड़ कर लिया है। ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के हिसाब से बीते साल यूट्यूब पर उन्हें हर दिन औसतन 15.3 बिलियन बार स्ट्रीम किया गया। साल 2020-2021 में फैंस ने उनका गाना 'एक दिन आप' को 16.6 बिलियन बार स्ट्रीम किया।
6 साल की थीं तब आकाशवाणी के लिए गाना शुरू किया
अलका का जन्म 20 मार्च 1966 को कोलकाता में एक गुजराती फैमिली में हुआ था। उनकी मां शुभा क्लासिकल सिंगर थीं। अलका ने 6 साल की उम्र से गाना शुरू कर दिया था। छोटी सी उम्र में ही वो कोलकाता आकाशवाणी के लिए भजन गाने लगी थीं। जब दस साल की हुईं तो उनकी मां उन्हें मुंबई ले आईं। लेकिन यहां उन्हें कहा गया कि आवाज में मैच्योरिटी आने तक उन्हें इंतजार करना चाहिए। उनकी मां ने फिर भी हार नहीं मानी। बाद में कोलकाता में ही एक डिस्ट्रीब्यूटर ने अलका को राज कपूर से मिलवाया। राज कपूर ने उन्हें सुनने के बाद एक चिट्ठी के साथ म्यूजिक डायरेक्टर लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के पास भेजा। लक्ष्मीकांत ने अलका की मां को उनकी बेटी के लिए दो विकल्प दिए- डबिंग आर्टिस्ट या बाद में बतौर सिंगर ब्रेक। शुभा ने दूसरा ऑप्शन चुना।
चार दशक से बॉलीवुड के लिए गा रही हैं गाने
अलका का पहला गाना 1980 में फिल्म 'पायल की झंकार' के लिए था। अगले साल फिल्म 'लावारिस' का ‘मेरे अंगने में’ गाना आया। साल 1982 में फिल्म 'हमारी बहू अलका' में उनका गाना आया। लेकिन उनको करियर का सबसे बड़ा ब्रेक फिल्म 'तेजाब' में मिला। फिल्म का गाना ‘एक-दो-तीन’ जबर हिट रहा है। अलका ने गाने के बारे में बात करते हुए बताया था कि जिस दिन वो गाना शूट हुआ, उस दिन उन्हें हाई फीवर था। इस गाने के लिए उन्हें प्लेबैक सिंगिंग के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड जीता। तब से लेकर आज तक सिंगिंग के फील्ड में अलका ने कई आयाम हासिल किया है। चार दशक के सिंगिंग करियर में उन्होंने 25 से अधिक भाषाओं 8 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। उन्होंने 15 पाकिस्तानी गाने भी गाए हैं। उनका मानना है कि उनकी आवाज रोमांटिक गानों पर ज्यादा अच्छी लगती है लेकिन उन्होंने रोमांटिक के अलाव सैड, पैपी, सिडक्टिव और कई आइटम नबंर्स भी गाए हैं।
फिल्म ‘हम-तुम’ के लिए मिला चुके हैं 36 नॉमिनेशन
चार दशक के अपने करियर में अलका ने कई अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। दो नेशनल अवॉर्ड उनके खाते में है। साल 1993 में आई फिल्म 'हम है राही प्यार' के गाने ‘घूंघट के आड़ से’ और फिल्म 'कुछ कुछ होता है' के टाइटल ट्रैक के लिए नेशनल अवॉर्ड जीता। प्लेबैक सिंगिंग के लिए सात फिल्मफेयर जीतने का रिकॉर्ड भी इनके नाम है। इसके अलावा म्यूजिक फील्ड ने उनके योगदान के लिए उन्होंने दो बंगाली फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन मिल चुका है। 2017 में उन्हें लता मंगशेकर सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।
जागरुकता वाले गानों को भी दी है अपनी आवाज
अलका ने सिर्फ फिल्मी गाने नहीं गाए हैं। उन्होंने सरकार की कई योजनाओं के लिए अपनी आवाज दी है। साल 2012 में सोनू निगम के साथ मिलकर नेशनल लिटरेसी मिशन ऑफ इंडिया के लिए 'शिक्षा का सूरज' गाना गाया। फिर 2014 में फिर से सोनू निगम के साथ मिलकर बाल स्वास्थ्य जागरूकता के लिए 'फूल खिल जाएंगे' गाना गाया। उन्होंने महिला दिवस स्पेशल: स्प्रेडिंग मेलोडीज़ एवरीवेयर एल्बम के लिए 'मैंने जो ली अंगड़ाई' गीत भी गाया।
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