डॉक्टर्स के मुताबिक एक हेल्दी इंसान का दिन में 4 से लेकर 8 बार तक यूरिन पास करना नॉर्मल है। ज्यादातर लोग इतनी ही बार यूरिन पास करते हैं। डायबिटिक लोगों में यह आंकड़ा बढ़कर 10-12 तक भी पहुंच जाता है। जबकि ठंडे देशों में, जहां लोग ज्यादा पानी नहीं पीते; वहां के लोग 2 से 3 बार ही पेशाब करते हैं।
मगर क्या आप यकीन करेंगे कि कोई 14 महीने यानी एक साल से भी ज्यादा समय से यूरिन पास न करे। जी हां; ऐसा हुआ है ब्रिटेन में। लंदन की रहने वाली एक लड़की को अजीबोगरीब बीमारी हुई है। जिसके चलते वह यूरिन पास नहीं कर पा रही। जबकि वो किसी सामान्य इंसान जितना ही पानी पीती है।
यूरिनरी ब्लैडर में भरा था 1 लीटर यूरिन
लंदन की रहने वाली ईल एडम्स पेशे के कंटेंट क्रिएटर हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने महसूस किया कि उन्हें अब यूरिन नहीं आता। जबकि वो नॉर्मल इंसानों की तरह खाना-पीना ले रही थीं। एडम्स को शुरू में यह सब कुछ नॉर्मल लगा। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गए, उनकी चिंता भी बढ़ती गई।
आखिरकार उन्हें हॉस्पिटल जाना पड़ा। जांच हुई तो डॉक्टर्स भी हैरान रह गए। एडम्स के यूरिनरी ब्लैडर में 1 लीटर यूरिन भरा था। जबकि इंसानों के ब्लैडर में 600 ml यूरिन ही जमा हो सकता है। उसमें भी 400 ml भरने के बाद इंसान को पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होने लगती है।
बावजूद इसके एडम्स को पेशाब करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही थी और न ही उसे किसी तरह की दिक्कत हो रही थी।
डॉक्टर्स का कहना है कि यूरिन पास न हो पाने के चलते एडम्स की शरीर से टॉक्सिक एलिमेंट्स बाहर नहीं आ पा रहे थे। शरीर में जमा हो रहे ये तत्व आगे चलकर गंभीर नुकसान पहुंचा सकते थे।
पाइप लगाकर निकाला गया यूरिन
एडम्स का ब्लैडर पूरी तरह से भरने के बाद भी यूरिन पास नहीं कर पा रहा था। ऐसे में ब्लैडर के फटने का भी खतरा था। जिसे देखते हुए डॉक्टर्स ने पाइप के सहारे यूरिन बाहर करने का फैसला किया। इसके लिए एक ऑपरेशन की मदद से एडम्स के ब्लैडर में नली लगाई गई। जिसके बाद उनका ब्लैडर खाली हुआ।
डॉक्टर भी नहीं बता पाए वजह
एडम्स की ऐसी स्थिति क्यों हुई है, इस बारे में डॉक्टर भी कोई ठोस वजह नहीं बता पाए। लेकिन यह बताया गया कि कुछ मामलों में यंग महिलाओं के साथ ये समस्या देखी जाती है। एडम्स जिस तरह की समस्या से जूझ रही हैं, उसका कोई जांचा-परखा इलाज भी नहीं है।
जिंदगी भर नली के सहारे पास करना होगा यूरिन
लंदन में एडम्स का इलाज करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसी संभावना है कि उन्हें हमेशा नली के सहारे ही यूरिन पास करना होगा। क्योंकि लंबे समय तक काम न करने के चलते उनका यूरिन सिस्टम काफी हद तक खराब हो चुका है।
लंदन की महिला को भले 14 महीने से पेशाब न आया हो लेकर बाकी लोगों के लिए यह नित्यकर्म है। हालांकि यह अपने आप में विवाद की एक वजह भी है। अभी कुछ दिन पहले ही एयर इंडिया की फ्लाइट में बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने का मामला चर्चा में रहा। ऐसे में आप वुमन भास्कर की ये स्टोरी पढ़कर जान सकते हैं कि कैसे खुले में यूरिन करना दो देशों में झगड़े की वजह बना और क्यों रोमन साम्राज्य में यूरिन करने पर टैक्स लगता था। भारत में लोगों को ऐसा अधिकार मिलता है, जो उन्हें किसी भी होटल में जाकर ‘हल्का’ होने का अधिकार देता है। साथ ही हम इस खुले में यूरिन पास करने की पुरानी बुरी आदत को सुधारने के नए मैनर्स से भी वाकिफ होंगे।
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