यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस बार पिछले 10 साल की तुलना में पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। प्रदेश में 8.04 करोड़ पुरुष और 6.98 करोड़ महिला मतदाता हैं। वहीं, युवा मतदाताओं की संख्या (18 से 30 वर्ष) 3.89 करोड़ है।
इस बार 18 से 19 साल की उम्र के कुल 14.66 लाख मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। वर्तमान में मतदाता सूची में 18 से 19 साल की उम्र के कुल मतदाताओं की कुल संख्या 19.90 लाख है, जिनमें से 10.62 लाख पुरुष और 9.26 लाख महिलाएं हैं, जबकि 547 ट्रांसजेंडर हैं।
इन दिनों एक तरफ जहां संभावित प्रत्याशी अपनी जोड़-तोड़ में लगे हैं, वहीं, पहली बार मतदान करके लोकतंत्र के महापर्व में योगदान देने वाली युवतियां और युवक इसे लेकर उत्साहित हैं। किस राजनीतिक दल की सरकार बनेगी, यह काफी हद तक युवाओं पर भी निर्भर करेगा। ऐसे में वे नेताओं से क्या उम्मीद रखते हैं? इसे लेकर दैनिक भास्कर वुमन टीम ने फर्स्ट टाइम वोट देने वाली युवतियों से की खास बातचीत।
देश की सेवा करने वाले नेता को दूंगी वोट
लखनऊ की रहने वाली नंदिनी गोयल बताती हैं, इलेक्शन के दौरान सभी पार्टियां अपना एजेंडा तय करती हैं लेकिन, मैं एक ऐसे व्यक्तित्व को वोट दूंगी, जो अपने गांव, गली मोहल्ले और अपने शहर के विकास की बात को दमदार तरीके से रख सके। नेता ऐसा हो, जो वुमन सेफ्टी के लिए काम करे। साथ ही महिला सुरक्षा के प्रति कड़ा कानून बनाने की बात दमदार तरीके से विधान सभा में उठाए, जिनके पास खुद से भी बड़ा लक्ष्य हो। जो राजनीति को एक बिजनेस की तरह नहीं बल्कि अपने देश की सेवा करने के लिए चुनाव में लड़ना चाहता हो।
'मेरा वोट भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और विकास के मुद्दों पर निर्भर करेगा'
अमेठी की शिखा कपूर बताती हैं, मैं पहली बार मतदान करने और प्रदेश की सरकार बनाने में योगदान देने के लिए तैयार हूं। आज के समय में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। मेरा मत भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और विकास के मुद्दों पर निर्भर करेगा। जो भी इन मुद्दों पर की बात करेगा, उसी को अपना वोट दूंगी, जिससे अच्छी सरकार चुनकर सत्ता में आए। साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करूंगी, ताकि लोकतंत्र मजबूत हो सके।
'भ्रष्ट लोगों को सत्ता तक न पहुंचाएं'
ग्वालियर की आयुषी गुप्ता बताती हैं, मतदान का अधिकार लोकतंत्र में व्यक्ति की सबसे बड़ी ताकत है। लेकिन आज के समय में कई लोग बिना सोचे समझे अपने वोट का इस्तेमाल करके भ्रष्ट लोगों को सत्ता तक पहुंचा देते हैं। ऐसे में हमें अपने मतदान की शक्ति का उपयोग सोच समझकर करना चाहिए।
मुझे लगता है कि युवाओं की पहली जरूरत रोजगार है। पढ़ाई पूरी होने के बाद ही उन्हें टैलेंट के आधार पर आसानी से जॉब मिल जानी चाहिए। रोजगार के लिए मेट्रो सिटी ही नहीं बल्कि छोटे-छोटे शहरों में भी साधन हो। ऐसा करने वाले को ही वोट दिया जाएगा।
'प्रलोभन से नहीं होंगे प्रभावित'
नोएडा की ऐश्वर्या वर्मा बताती हैं, मुझे विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए पहली बार मौका मिला। मैं काफी उत्साहित हूं। अक्सर चुनाव के समय ज्यादा से ज्यादा वोट हासिल करने के लिए अलग-अलग पार्टियों के प्रत्याशी मतदाताओं को तमाम तरह के प्रलोभन देते हैं। लोक-लुभावने वादे करते हैं। ऐसे उम्मीदवारों से दूर रहने की जरूरत है। सरकार ऐसी होनी चाहिए जो महिलाओं को पढ़ाई, नौकरी से लेकर संसद तक पुरुषों के समान हिस्सेदारी दे। नारी सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम करे।
'महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने वाली सरकार हो'
बनारस की निशा बताती हैं, आए दिन कोई न कोई महिला अपराध का शिकार हो रही है। प्रदेश में महिलाओं के साथ बलात्कार, अपहरण, चैन स्नेचिंग समेत तमाम घटनाएं सामने आती हैं।
मैं ऐसी सरकार चुनना चाहती हूं जो राज्य की महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने में सक्षम हो। साथ ही बालिकाओं की बुनियादी शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की जिम्मेदारी ले। हमेशा अभिभावक की भूमिका में रहे।
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